New Delhi : भारत ने शुक्रवार को ओडिशा के बालासोर में टास से 250 किमी से अधिक की दूरी पर पृथ्वी -2 बैलिस्टिक मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। डीआरडीओ द्वारा विकसित मिसाइल पहले से ही सामरिक बल कमान का हिस्सा है। लिक्विड-प्रोपेल्ड पृथ्वी -2 में 250 किमी की रेंज है और यह 1 टन सामग्री ले जा सकती है। यह भारत की पहली स्वदेशी सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल है। तीन सप्ताह से कम समय में पृथ्वी -2 का यह दूसरा परीक्षण था।
Today India successfully testfired the over 250 km strike range Prithvi-2 ballistic missile off the coast of Balasore, Odisha. The DRDO-developed Missile is already the part of the Strategic Forces Command.
— ANI (@ANI) October 16, 2020
India successfully testfired the over 250 km strike range Prithvi-2 ballistic missile,
Missile is already the part of the Strategic Forces Command.
— MaverickⓂ️ (@Maverick_bharat) October 16, 2020
Successful night trial of nuclear-capable Prithvi-2 missile
The trial of the missile, which has a strike range of 350 km, was carried out from a mobile launcher, a Defence Research and Development (DRDO) official saidhttps://t.co/qOZPR7Y7eI pic.twitter.com/Qmxj1vQGB9
— The Times Of India (@timesofindia) October 16, 2020
Congratulations to our scientists at @DRDO_India & @adgpi for successfully test-firing its indigenously developed nuclear-capable surface-to-surface Prithvi-2 missile from a test range off Odisha coast. This will further boost India's defense capabilities https://t.co/6cNNu8Fg6e
— Sunil Deodhar (@Sunil_Deodhar) November 21, 2019
इससे पहले DRDO ने 27 सितंबर की रात को परीक्षण किया था। पिछले 40 दिनों में सतार के साथ सतह पर मार करने वाली डायडियोर द्वारा यह 11 वीं मिसाइल परीक्षण है। एक शीर्ष सरकारी अधिकारी ने कहा कि पृथ्वी -2 मिसाइल ने शुक्रवार रात परीक्षण के दौरान अपने सभी मापदंडों को पूरा किया है। मिसाइल का रात्रिकालीन परीक्षण इस तरह सफल रहा है।
तीन सप्ताह से भी कम समय में पृथ्वी -2 का यह दूसरा परीक्षण है। डीआरडीओ ने गुप्त तरीके से 27 सितंबर को परमाणु मिसाइल के रात्रि परीक्षण का एक और दौर किया था। यह डीआरडीओ द्वारा किया गया 11 वां मिसाइल परीक्षण है।
पिछले कुछ दिनों में भारत द्वारा कई मिसाइल्स के टेस्ट किए गए हैं। पृथ्वी-2 का परीक्षण भी इसी क्रम में किया गया है। सोमवार को भी DRDO ने निर्भय मिसाइल लॉन्च की थी, ये पिछले 35 दिनों में DRDO का 10वां सफल परीक्षण था। इससे पहले भारत 35 दिनों के भीतर ही रुद्रम, सुपरसोनिक मिसाइल, लेजर गाइडेड एंटी टैंक गाइडेड मिसाइ, ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का भी सफल परीक्षण कर चुका है।