New Delhi : हाथरस के सांसद राजवीर सिंह दिलेर के बाद सोमवार को हाथरस के बरौली विधानसभा क्षेत्र के भारतीय जनता पार्टी के विधायक दलबीर सिंह ने हाथरस प्रकरण के आरोपियों से मुलाकात की। विधायक एक वकील के साथ अलीगढ़ जेल पहुंचे थे जहां हाथरस के आरोपी बंद हैं। हालांकि बाहर निकलने के बाद नेता जी ने इस बात से इंकार कर दिया कि वे हाथरस के आरोपियों से मिले हैं। उनके वकील ने कहा कि अपने क्षेत्र के एक उम्रकैद की सजा भुगत रहे एक सजायाफ्ता के पेरौल के विषय को समझने के लिये जेल में गये थे और सिर्फ उसी कैदी से मिले।
#Hathras BJP MP Rajvir Singh Diler visited the Aligarh jail where the four accused in the gang-rape and murder case of a Dalit woman are lodged, but said he had not gone there to meet any inmate and that he was invited by the jailor for a cup of teahttps://t.co/Z8JNzcf8I5
— editorji (@editorji) October 5, 2020
हाथरस की गुड़िया मरने से पहले अपने बयान में दरिंदो का नाम बता कर जाती है। उसके बावजूद आपकी सरकार बलात्कारियों के साथ खड़ी है।
आप एक गरीब की बेटी का शव उसकी माँ को नहीं देते। योगी जी, आपको क्या पता बेटी का दर्द क्या होता है?- माननीय सांसद @SanjayAzadSln जी pic.twitter.com/aq8dGH5h2e
— AAP (@AamAadmiParty) October 5, 2020
ये योगी की बौघलाहट है जो अब ऐसी हरकतों पर उतर आया है । अववल दर्जे का घटिया इंसान है ये योगी । https://t.co/7RIgfJAuLC
— Capt Shalini Singh (@shals77) October 5, 2020
वैसे हाथरस के भारतीय जनता पार्टी के सांसद राजवीर सिंह दिलेर ने रविवार को हाथरस के आरोपियों से मुलाकात के बाद उन्हें हर संभव सहयोग का आश्वासन भी दिया है। लेकिन वे भी इस बात से मुकर गये और कहा कि मैं तो जेलर से मिलने गया था, चाय पर बुलाया था। इन नेताओं के आरोपियों के पक्ष में इस तरह से खड़े हो जाने की वजह से माहौल बेहद अजीब हो गया है। हाथरस के हवा में जातीय समीकरण कुछ ज्यादा ही घुल गये हैं। ऐसा देखा जा रहा है कि फॉरवार्ड इलाकों या गांवों में लोग इस प्रकरण के आरोपियों को लेकर रो रहे हैं और आंसू बहा रहे हैं। ऊंची जाति के लोग आरोपियों के पक्ष में खड़े हो गये हैं। वहीं दलित समुदाय में भी विरोध का स्वर मजबूत होता जा रहा है। जातीय गोलबंदी तेजी से घनघोर होती जा रही है।
इधर उत्तर प्रदेश में माहौल बिगाड़ने का षडयंत्र रचने का एक केस लखनऊ में दर्ज किया गया है। इस केस में त्वरित जांच की प्रक्रिया चल रही है। खुफिया के हवाले से ऐसी मीडिया रिपोर्टस सामने आईं जिसमें कहा गया कि जानबूझ कर उत्तर प्रदेश का माहौल बिगाड़ने और जातीय उन्माद फैलाने का षडयंत्र किया गया। इसमें एक दो संगठनों का नाम भी सामने आया है। इसके लिये फॉरेन फंडिंग के भी आरोप लग रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी रविवार को कहा था कि विपक्षियों को प्रदेश का विकास कार्य बर्दाश्त नहीं हो रहा। सरकार को बेपटरी करने के लिये, विकास के रास्ते से डिगाने के लिये जातीय उन्माद फैलाने के षडयंत्र रचे जा रहे हैं।
Did incompetent UP government blame international conspiracy assuming that anything apart from #UttarPradesh is international?
On all next crimes the Dongi CM will blame aliens but will fail to look into mirror again!
No surprise #HathrasHorrorShocksIndia https://t.co/GYNlgMBeIU— AutoRaja (@AutoRaja1212) October 5, 2020
अरे अगर अपने संरक्षित प्रजाति के कुकर्मियो को बचाने का धर्म निभाने की कसम ही खा रखी है… तो अपनी जनेऊपालिका मे ले जाकर बचा लेते.. अब ये खुलेआम गुंडई और आतंक दिखाकर देश को विश्व मे क्यो बदनाम कर रहे हो महाराज ??? #HathrasHorrorShocksIndia #manisha_valmiki #HathrasHorror https://t.co/5FaHIwC76u
— PRK… jai bheem (@Vijay11432226) October 5, 2020
इस मामले को लेकर आज दोपहर में उस समय माहौल और गर्म हो गया जब हाथरस पीडितों से मिलने जा रहे आप नेता संजय सिंह के चेहरे पर स्याही डाल कर मुंह काला किया गया। वैसे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन आप और विपक्षी पार्टियों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। राष्ट्रीय लोक दल के कार्यकर्ताओं ने भी आज जगह जगह विरोध प्रदर्शन कर जयंत चौधरी के साथ हुये दुर्व्यवहार का विरोध किया।