New Delhi : उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने हाथरस प्रकरण की जांच सीबीआई से कराने की अनुशंसा की है। इस प्रकरण को लेकर पिछले चार पांच दिनों से पूरे देश में बवाल मचा है, जिसको शांत करने की कोशिश की प्रक्रिया में योगी सरकार ने यह फैसला किया है। हालांकि बवेला इस घटना से ज्यादा उसके बाद पुलिस और प्रशासन की भूमिका को लेकर मचा था। जिस तरह से पुलिस और प्रशासन ने इस पूरे मामले को दबाने की कोशिश की उस पर पूरा देश भड़क उठा। इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने आज 3 अक्टूबर की शाम हाथरस के पीड़ित परिजनों से मुलाकात की।
मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी ने सम्पूर्ण हाथरस प्रकरण की जांच सीबीआई से कराए जाने के आदेश दिए हैं।
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) October 3, 2020
दुनिया की कोई भी ताक़त मुझे हाथरस के इस दुखी परिवार से मिलकर उनका दर्द बांटने से नहीं रोक सकती।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 3, 2020
इस प्यारी बच्ची और उसके परिवार के साथ UP सरकार और उसकी पुलिस द्वारा किया जा रहा व्यवहार मुझे स्वीकार नहीं।
किसी भी हिन्दुस्तानी को ये स्वीकार नहीं करना चाहिए।#HathrasHorror
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 3, 2020
यूपी सरकार नैतिक रूप से भ्रष्ट है।
पीड़िता को इलाज नहीं मिला, समय पर शिकायत नहीं लिखी, शव को जबरदस्ती जलाया, परिवार कैद में है, उन्हें दबाया जा रहा है – अब उन्हें धमकी दी जा रही कि नार्को टेस्ट होगा।
ये व्यवहार देश को मँजूर नहीं।
पीड़िता के परिवार को धमकाना बंद कीजिए।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 3, 2020
Congress leaders @RahulGandhi and @priyankagandhi meeting the family of the #Hathras victim. @IndianExpress pic.twitter.com/Ai7HyCFsT0
— Manoj C G (@manojcg4u) October 3, 2020
इस मसले को लेकर न सिर्फ कांग्रेस बल्कि सभी विपक्षी दल और कई सामाजिक संगठन लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वैसे कांग्रेस ज्यादा अग्रेसिव मोड में है। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी इस पूरे मसले पर जिस तरह से पुलिस प्रशासन से भिड़ते दिखे वैसा कोई दूसरा नहीं दिखा। आज शाम में पीड़ितों से मिलने के बाद प्रियंका गांधी ने प्रतिक्रिया दी- हाथरस में आज दिवंगत बेटी की मां के आंसुओं में पीड़ा और दर्द सामने से महसूस किया है। मैंने मां से कहा कि वे खुद को अकेला न समझें, उनकी पीड़ा मेरी भी पीड़ा है। उन्हें भरोसा दिलाया है कि उनके साथ हमेशा खड़ी रहूंगी और इंसाफ मिलने तक साथ में लड़ाई लडूंगी। उन्होंने लिखा- मैं काफी संघर्ष के बाद हाथरस की पीड़िता के मॉं से मिल पाई। मॉं की न रुकने वाली सिसकियाँ और आंसू उनके ऊपर हुए अत्याचार के गवाह हैं। उनसे मुलाकात के बाद मैं स्तब्ध हूँ । पीड़िता और पीड़िता के परिवार के साथ हुई कारवाई किसी भी संवेदनशील व्यक्ति को झकझोर कर रख देगी।
इससे पहले आज सुबह प्रियंका ने कहा था- यूपी सरकार नैतिक रूप से भ्रष्ट है। पीड़िता को इलाज नहीं मिला, समय पर शिकायत नहीं लिखी, जबरदस्ती क्रिया कर्म किया, परिवार कैद में है, उन्हें दबाया जा रहा है – अब उन्हें धमकी दी जा रही कि नार्को टेस्ट होगा।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया- ये व्यवहार देश को मँजूर नहीं। पीड़िता के परिवार को धमकाना बंद कीजिये। एक दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा- दुनिया की कोई भी ताक़त मुझे हाथरस के इस दुखी परिवार से मिलकर उनका दर्द बांटने से नहीं रोक सकती। इस प्यारी बच्ची और उसके परिवार के साथ UP सरकार और उसकी पुलिस द्वारा किया जा रहा व्यवहार मुझे स्वीकार नहीं। किसी भी हिन्दुस्तानी को ये स्वीकार नहीं करना चाहिये।
#WATCH Delhi: Congress leader Priyanka Gandhi Vadra on her way to meet the family of the alleged gangrape victim in #Hathras (UP), with Congress leader Rahul Gandhi (Source-Congress) pic.twitter.com/TSy7gLaxPL
— ANI (@ANI) October 3, 2020
हाथरस में आज दिवंगत बेटी की मां के आंसुओं में पीड़ा और दर्द सामने से महसूस किया है। मैंने मां से कहा कि वे खुद को अकेला न…
Priyanka Gandhi Vadra यांनी वर पोस्ट केले शनिवार, ३ ऑक्टोबर, २०२०
मैं काफी संघर्ष के बाद हाथरस की पीड़िता के मॉं से मिल पाई। मॉं की न रुकने वाली सिसकियाँ और आंसू उनके ऊपर हुए अत्याचार के गवाह हैं। उनसे मुलाकात के बाद मैं स्तब्ध हूँ । पीड़िता और पीड़िता के परिवार के साथ हुई बर्बरतापूर्ण कारवाईकिसी भी संवेदनशील व्यक्ति को झकझोर कर रख देगी।
Priyanka Gandhi Vadra यांनी वर पोस्ट केले शनिवार, ३ ऑक्टोबर, २०२०
इससे पहले आज राहुल और प्रियंका के हाथरस जाने को लेकर दिनभर नोएडा के डीएनडी फ्लाईवे पर हंगामा होता रहा। हाथरस पीड़ित के परिवार से मिलने जा रही प्रियंका गांधी से पुलिस ने बदतमीजी की और एक पुलिसवाले ने उनका कुर्ता खींचा। हाथरस में प्रियंका और राहुल शनिवार शाम को पहुंचे। यहां करीब 50 मिनट तक बंद कमरे में पीड़ित परिवार से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने कहा कि हम इस परिवार के साथ खड़े हैं। यूपी सरकार इस परिवार को सुरक्षा देने में फेल हो गई। यह सरकार की जिम्मेदारी थी।