New Delhi : हाथरस की बेटी को उसके गांव तो ले जाया गया लेकिन घर तक नहीं पहुंचने दिया गया। मां तो अंतिम बार उसका चेहरा भी नहीं देख सकी। सरकार ने उसका क्रियाकर्म देर रात ढाई बजे करवा दिया। माहौल को शांत करने के लिये ऐसा किया गया। लेकिन ऐसा लग नहीं रहा है कि इससे माहौल शांत हुआ हो। सोशल मीडिया पर योगी सरकार की थू-थू हो रही है। यूपी पुलिस की भी लोग लानत मलामत कर रहे हैं। लोगों के गुस्से के शिकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हैं। लोग इस गंभीर मसले की अनदेखी का आरोप प्रधानमंत्री पर लगा रहे हैं। तमाम विपक्षी पार्टियों ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। हाल तक भाजपा के हर काम की तारीफ कर रहीं बसपा प्रमुख मायावती भी मुखर हो गईं हैं। भीम सेना ने तो आगे बढ़कर मोर्चा संभाल लिया है।
India Today's @TanushreePande tells Prashant Kumar, ADG, U.P. Police, about how the #Hathras victim was cremated without the family's permission.
(Rahul Kanwal) #ITVideo #HathrasHorror pic.twitter.com/M64vF3gj3l— IndiaToday (@IndiaToday) September 30, 2020
#HathrasHorror: From Akshay Kumar to Kangana Ranaut, tinsel town joins fight for justice
LIVE: https://t.co/4fqxBVUizL#5iveLIVE #Hathras #UttarPradesh pic.twitter.com/uKchHXiphJ— IndiaToday (@IndiaToday) September 30, 2020
अगर प्रधानमंत्री जी इससे मुकर जाते हैं तो मैं कहूँगी कि हमें शर्म आती है, हर महिला के लिए शर्म की बात है कि हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी हैं जो सिर्फ़ झूठे भाषण देते हैं और एक निक्कमे मुख्यमंत्री को उत्तर प्रदेश में बैठा रखा है: @sushmitadevinc
#YogiResignNOW pic.twitter.com/84k3U93mN5
— All India Mahila Congress (@MahilaCongress) September 30, 2020
On Hathras Gang-Rape, Delhi Women's Panel Chief Writes To Chief Justice https://t.co/gteEKq4dsb#HathrasHorror pic.twitter.com/YE66BbOKTP
— NDTV (@ndtv) September 30, 2020
Unable to sleep after reading this thread. As responsible citizens we must arm ourselves with the truth and have the courage to empathise. To not look away from the injustice but deeply affirm to continue raising our voice. For the voiceless, oppressed, poor and subjugated. https://t.co/W2zXaaGWle
— Gaurav Gogoi (@GauravGogoiAsm) September 29, 2020
पूरे देश में हाथरस की घटना को लेकर एक हूक उठी है। पीड़ित की मां ने अपना दर्द कुछ यूं बयां किया- उसके पापा तो उसको दर्द में देख ही नहीं पा रहे थे। अंतिम बार भी देख नहीं सके। पुलिस ने हमें उसका चेहरा तक नहीं देखने दिया। हमें नहीं पता पुलिस ने क्यों, कैसे और क्या किया। पीड़ित के बड़े भाई ने कहा- महिला पुलिसकर्मियों ने हमारे घर की महिलाओं के साथ मारपीट की। रिश्तेदारों को गांव नहीं आने दिया। जबर्दस्ती रात में ही अंतिम संस्कार कर दिया। हम उनसे विनती करते रहे कि सुबह होने के इंतजार करें, लेकिन हमारी एक नहीं सुनी। हमारे रीति-रिवाजों का ख्याल भी नहीं रखा।
इधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया- हाथरस में बालिका के साथ घटित दुर्भाग्यपूर्ण घटना के दोषी कतई नहीं बचेंगे। प्रकरण की जांच के लिये विशेष जांच दल का गठन किया गया है। यह दल आगामी सात दिन में अपनी रिपोर्ट देगा। त्वरित न्याय सुनिश्चित करने हेतु इस प्रकरण का मुकदमा फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने हाथरस की घटना पर वार्ता की है और कहा है कि दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाये।
सवाल ये है कि UP पुलिस ने परिवार वालों को बिना शव सौंपे जबरन रातों रात हाथरस की गैंग रेप पीड़िता का अंतिम संस्कार क्यूँ करा दिया ?मीडिया को भी कवरेज करने से रोका गया. हाथरस में डटी है @TV9Bharatvarsh की टीम, सुनिए पीड़िता के मजबूर परिवार की कलेजा चीर देने वाली व्यथा.. pic.twitter.com/wlQUbBMHtY
— Samir Abbas (@TheSamirAbbas) September 30, 2020
In this video before dead of #HathrasVictim #JusticeForManishaValmiki Manisha is saying that she was gangraped but yesterday UP earlier policeofficer said that she wasn't gangraped raped.was this girl murdered when she cud hv this evidence after this wht happend in the hospital pic.twitter.com/XPUSQElTsv
— Nagma (@nagma_morarji) September 30, 2020
Democracy dies in darkness#JusticeForManishaValmiki pic.twitter.com/UOe754bzGb
— Shakti Singh (@casenovashakti) September 30, 2020
She was cremated in the middle of the night. Listen to the Hathras braveheart’s brother.
The family protested, they wanted to see her one last time! #JusticeForManishaValmiki pic.twitter.com/REq5UP6QMT
— Marya Shakil (@maryashakil) September 30, 2020
डा. कुमार विश्वास ने ट्वीट किया- सूर्यास्त के बाद, विधान के विपरीत, घरवालों से छुपाकर, जबरन, अपनी सरकार व पुलिस के बल पर गुपचुप तरीक़े से “हम सदा शासक रहेंगे” की सोचवाले अहंकारी अंग्रेजों ने शहीद ए आज़म भगतसिंह, सुखदेव व राजगुरु को बिना अंतिम संस्कार किये विदा किया था।