New Delhi : सुशांत प्रकरण में शुरू से कायम अमिताभ बच्चन के परिवार की चुप्पी मगलवार को राज्यसभा में लावा बनकर फूट पड़ी। जया बच्चन ने गोरखपुर सांसद रवि किशन द्वारा उठाये गये मसले पर गुस्सा जाहिर किया। जया बच्चन बोलीं- फिल्म इंडस्ट्री ने हर आपदा में सबका सहयोग किया है। आर्थिक मदद दी है। अन्यान प्रकार की सेवाएं दी हैं। लेकिन चंद लोगों की वजह से पूरी फिल्म इंडस्ट्री को बदनाम किया जा रहा है। ये ठीक नहीं हो रहा। रवि किशन का नाम लिये बगैर कहा कि लोग जिस थाली में खा रहे हैं उसी में छेद कर रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि सरकार फिल्म इंडस्ट्री का साथ देगी और इंडस्ट्री की मर्यादाओं की रक्षा करेगी।
Jaya ji would you say the same thing if in my place it was your daughter Shweta beaten, drugged and molested as a teenage, would you say the same thing if Abhieshek complained about bullying and harassment constantly and found hanging one day? Show compassion for us also 🙏 https://t.co/gazngMu2bA
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 15, 2020
Like a famous choreographer once said “ रेप किया तो क्या हुआ रोटी तो दी ना” is that what you implying? There are no proper HR departments in production houses where women can complain, no safety or insurances for those who risk their lives every day,no 8 hours shift regulations.
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 15, 2020
This mentality that gareeb ko roti mila toh that’s enough need to change,gareeb ko roti ke saath samman aur payaar bhi chahiye, I have a full list of reforms I want from centre government for workers and junior artists,some day if I meet honourable Prime Minister I will discuss.
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 15, 2020
इंडस्ट्री सिर्फ़ करण जोहर/उसके पापा ने नहीं बनाई,बाबा साहेब फाल्के से लेकर हर कलाकार और मज़दूर ने बनाई है,उस फ़ौजी ने जिसने सीमाओं को बचाया,उस नेता ने जिसने संविधान की रक्षा की है,उस नागरिक ने जिसने टिकट ख़रीदा और दर्शक का किरदार निभाया,इंडस्ट्री करोड़ों भारतवासीयों ने बनाई है। https://t.co/klkJlqcJ6C
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 15, 2020
जया बच्चन के इस बोल के बाद पूरी इंडस्ट्री तो चुप है लेकिन बॉलीवुड क्वीन कहां रुकनेवाली हैं। उन्होंने थोड़ी देर बाद ही जया बच्चन को एक ऐसा सवाल पूछा जिसका जवाब शायद ही उनके पास हो। कंगना ने पूछा- अगर सुशांत सिंह राजपूत की जगह आपका बेटा अभिषेक बच्चन लटक जाता तो भी आप ऐसा ही बोलतीं। आपकी बेटी श्वेता के साथ कोई घटिया काम करता तो भी ऐसा बोलतीं? आपको अगर इंडस्ट्री में अभिभावक का दर्जा प्राप्त है तो अभिभावकों की तरह बात कीजिये।
कंगना रनौत ने एक के बाद एक कई ट्वीट किये, जिससे ऐसा महसूस हुआ कि वे जया के बयान से बेहद गुस्से में हैं। उन्होंने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में विसंगतियों की कोई कमी नहीं है। किसी भी प्रोडक्शन हाउस के पास ऐसा कोई सेल नहीं जो महिलाओं के साथ होनेवाले शोषण से उनकी रक्षा कर पाये। दुनियाभर में 8 घंटे की शिफ्ट का प्रोविजन है, लेकिन फिल्म इंडस्ट्री में नहीं। कंगना बोलीं- अगर मुझे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का मौका मिला तो मैं इन सारे मुद्दों को उठाऊंगी और उनको बताऊंगी कि फिल्म इंडस्ट्री किन कमियों से जूझ रही है।
क्या निर्माण किया? आइटम नम्बर्ज़ का? अधिकतर वाहियात फ़िल्मों का? ड्रग्स कल्चर का? देशद्रोह और टेररिज़म का? बॉलीवुड पे दुनिया हंसती है, देश का हर जगह मखौल बनाया जाता है, पैसे और नाम तो दवूद ने भी कमाया है मगर इज़्ज़त चाहिए तो उसे कमाने की कोशिश करो काली करतूतें छुपाने की नहीं । https://t.co/PbFlDage82
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 15, 2020
रवि किशन ने फ़िल्म इंडस्ट्री की सेहत सुधारने की बात कही, फ़िल्म इंडस्ट्री को ड्रग्स से मुक्त कराने की इल्तिजा की, तो #JayaBachchan जी को मिर्ची लग गयी, @SrBachchan जी @juniorbachchan जी आखिर आपकी पत्नी आपकी माताजी को इतना बुरा क्यो लगा? क्या आपका भी ड्रग्स का धंदा है? pic.twitter.com/NdWTtk7RjK
— Nitin Shukla (@nshuklain) September 15, 2020
रवि किशन ने 'जिस थाली में खाया, उसमें छेद नहीं किया' बल्कि फिल्म इंडस्ट्री के नशेड़ियों को 'आइना दिखाया' है। @ravikishann
— Akhilesh Sharma (@akhileshsharma1) September 15, 2020
बता दें कल रवि किशन ने फिल्म इंडस्ट्री में एनसीबी की जांच को सही करार देते हुये कहा था कि एनसीबी, ईडी और सीबीआई को सुशांत प्रकरण में भीतर तक जाकर गंदगी को साफ करना चाहिये। उनके इसी बयान पर आज जया बच्चन का जवाब आया। जया बच्चन के बयान के बाद रवि किशन बोले कि मैं जया जी के बयान से बेहद आहत हूं, मैं उनका, अमित जी का बेहद अधिक सम्मान करता हूं। यह बात मेरे लिये समझ से परे है कि मैंने ऐसी क्या गलत बात कर दी।