शिवसेना के गुंडों ने पूर्व नेवी ऑफिसर को घर से निकालकर पीटा, फडनवीस बोले- गुंडाराज खत्म करो

New Delhi : महाराष्ट्र में शिवसेना के गुंडों ने एक पूर्व नेवी ऑफिसर मदन शर्मा की पिटाई की है। बुजुर्ग नेवी अफसर को बहुत बुरी ढंग से पीटा। सीसीटीवी पर सब कैद है। पूर्व नेवी ऑफिसर ने कहा – उन्हें शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने इसलिये पिटाई कि क्योंकि उन्होंने व्हाट्सएप पर एक कार्टून शेयर किया था। पहले पुलिस गिरफ्तार करने आयी थी। महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेन्द्र फडनवीस ने कहा- काफी दुखद और अचंभित करने वाली घटना है। रिटायर्ड नेवी ऑफिसर की सिर्फ इसलिये पिटाई की गई क्योंकि व्हाट्सएप पर एक कार्टून फॉरवर्ड किया था। कृप्या गुंडा राज रोकिये उद्धव जी। हम ऐसे गुंडों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और सजा की मांग करते हैं।

रिपब्लिक टीवी की खबर के अनुसार, पूर्व अधिकारी का इलाज इस समय शताब्दी अस्पातल में चल रहा है। महाअघाड़ी सरकार के रवैए से नाराज होकर और असंतुष्टि जताते हुए पूर्व नेवी अधिकारी कहते हैं कि राज्य में में राष्ट्रपति शासन लागू हो जाना चाहिये। इधर कंगना रनौत प्रकरण में शिवसेना अकेली पड़ गई है। सभी पार्टियां कंगना के साथ खड़ी हो गईं हैं। सरकार के भीतर से भी कंगना के सपोर्ट में खबरें आ रही हैं। सरकार में शामिल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के छगन भुजबल ने कंगना के ऑफिस तोड़ने की बीएमसी की कार्रवाई को गलत करार दिया है।
भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने कहा है कि यह सरकार कमजोरों के साथ अन्याय कर रही है। हाईकोर्ट के आदेशों के बाद भी माफिया डॉन और इंडिया के मोस्ट वांटेड दाऊद इब्राहिम के भिंडी बाजार वाले घर को तो नहीं तोड़ा। कंगना रनौत इन लोगों को साफ्ट टार्गेट दिख गईं तो उनके पीछे पड़ गये।
हाईकोर्ट ने दाऊद के भिंडी बाजार वाले घर को तोड़ने का आदेश दिया था। इस आदेश पर अमल नहीं किया गया। बीएमसी ने हाईकोर्ट में कहा कि अभी कोरोना की वजह से दाऊद का घर नहीं तोड़ा जा सका है। यही नहीं अवैध निर्माण के 1 लाख से अधिक केस बीएमसी के पास लंबित है पर कार्रवाई कर करोड़ों का नुकसान किया गया बॉलीवुड क्वीन कंगना रनौत का।
पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने कहा- अभी जो अवैध निर्माण को लेकर हो हल्ला मचा है, रोज नये मामले सामने आ रहे हैं, उसके पीछे प्रतिपक्ष नहीं है। बल्कि सरकार खुद है। सरकार पूरी ताकत लेकर कंगना रनौत का घर तोड़ने पहुंच गई। उसकी आधी ताकत भी अगर कोरोना आपदा में लगाया होता तो महाराष्ट्र की ऐसी खराब स्थिति नहीं होती। कोरोना कमजोर पड़ गया होता। लोगों की हालत स्थिर होती।

इस मामले को लेकर कल शरद पवार ने कहा था कि उद्धव सरकार ने ठीक नहीं किया और आज छगन भुजबल ने भी पूरे प्रकरण में बीएमसी की कार्रवाई को गलत बताया। कहा- इसको बेवजह तूल दिया जा रहा है, मुम्बई में किसी के साथ ऐसा नहीं होना चाहिये। दूसरी तरफ कंगना रनौत अभी भी मसले पर पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने आज फिर कई ट‍्वीट के जरिये सीधे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, राज्य सरकार के साथ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लपेटे में ले लिया है।

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