New Delhi : भारत के रक्षा तंत्र को मजबूत करने के लिये खरीदे गये राफेल फाइटर जेट को आज 10 सितंबर को औपचारिक रूप से भारतीय वायुसेना में शामिल कर लिया गया। गर्व के इन क्षणों को यादगार बनाने के लिये एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बतौर मुख्य अतिथि मौजूद थे। उन्होंने कहा- यह पूरी दुनिया के लिये कड़ा संदेश है, खासकर उनके लिये जो हमारे जमीन, हमारे हक पर नजर डाल रहे हैं। भारत अब किसी मामले में कम नहीं है। एलएसी पर भारतीय वायुसेना जो तत्परता दिखा रही है, उसके लिये मैं भारतीय वायुसेना को बधाई देता हूं। भारतीय वायुसेना ने अपने कमिटमेंट का परिचय दिया है। राफेल इस कमिटमेंट को और भी सख्ती प्रदान करेगा।
#WATCH: Water cannon salute given to the five Rafale fighter aircraft at Ambala airbase. #Haryana pic.twitter.com/SB9jhyp1Ox
— ANI (@ANI) September 10, 2020
#WATCH Live: Defence Minister Rajnath Singh and French Defence Minister brief the media in Ambala https://t.co/EBbwgMvywq
— ANI (@ANI) September 10, 2020
बता दें कि फ्रांस से करीब डेढ़ माह पहले जुलाई में इन लड़ाकू विमानों को अम्बाला एयरफोर्स स्टेशन पर लैंड किया गया था। आज वहीं पर इन विमानों का राजतिलक हुआ। इनको वायुसेना में शामिल कर लिया गया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- मैं वायुसेना के साथ-साथ पूरे देशवासियों को बधाई देता हूं। वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने कहा- सुरक्षा की मौजूदा स्थिति को देखते हुये राफेल को शामिल करने का इससे अच्छा समय कोई और नहीं हो सकता था।
कार्यक्रम के आरंभ में फ्रांस की डिफेंस मिनिस्टर फ्लोरेंस पार्ले की मौजूदगी में सर्वधर्म यानी हिंदू, मुस्लिम, सिख और इसाई धर्म के अनुसार पूजा की गई। उसके बाद एयर-शो हुआ, जिसमें फाइटर प्लेन ने आसमान में ताकत दिखाई। फिर, लैंडिंग के बाद वॉटर कैनन सैल्यूट दिया गया। राफेल फाइटर जेट की अम्बाला स्थित 17 गोल्डन एरो स्क्वॉड्रन में औपचारिक एंट्री इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गई है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुये फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ले ने कहा- आज का दिन भारत-फ्रांस के लिये एक उपलब्धि है। हम अपने रक्षा संबंधों के इतिहास में नया चैप्टर लिख रहे हैं। हम मेक इन इंडिया अभियान के लिये भी कमिटेड हैं। फ्रांस संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएन सिक्योरिटी काउंसिल) में भारत की उम्मीदवारी का समर्थन करता है। भारत ने फ्रांस के साथ 2016 में 58 हजार करोड़ रुपए में 36 राफेल जेट की डील की थी। इनमें 30 फाइटर जेट और 6 ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट होंगे।