New Delhi : केंद्र सरकार ने बुधवार 2 सितंबर को मोबाइल गेमिंग ऐप पब-जी समेत 118 ऐप्स पर बैन लगा दिया है। भारत में पबजी को 17.5 करोड़ से ज्यादा लोगों ने डाउनलोड किया था। अब यह ऐप गूगल ऐप स्टोर और आईओएस से हटा दिया जायेगा। प्रतिबंध का मुख्य कारण एलएसी पर चीन के साथ जारी तनाव है। इससे पहले भी जून महीने में केंद्र सरकार ने चीन पर डिजिटल स्ट्राइक करते हुये यूसी, टिकटॉक समेत 59 ऐप को बैन कर दिया था। केंद्र सरकार के बैन के फैसले के बाद चीन और भारत के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है।
Ministry of Information & Technology bans PUBG and 118 other mobile applications pic.twitter.com/3bnFiaY9VW
— ANI (@ANI) September 2, 2020
इसकी जानकारी देते हुये केंद्र सरकार ने कहा – इनसे भारत की सुरक्षा और संप्रभुता को खतरा है। सरकार ने यही कारण बताते हुये 59 चीनी ऐप्स बैन कर दिये थे। इस बार भी सरकार ने यह कदम तब उठाया है, जब लद्दाख में तनाव बढ़ रहा है और चीनी सैनिकों ने दो बार घुसपैठ की कोशिश की है। इसकी जानकारी देते हुये आईटी मंत्रालय ने कहा- सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 69-ए के तहत इस फैसले को लागू किया है। ये सभी 118 मोबाइल ऐप्स विभिन्न प्रकार के खतरे उत्पन्न कर रही थीं, जिसके चलते इन्हें ब्लॉक किया गया है।
Indian Moms after #PUBG Ban pic.twitter.com/kE3cDoX9Ab
— RVCJ Media (@RVCJ_FB) September 2, 2020
Instead tonight there'll be full show about PUBG ban to distract us from the miserable state of our own fellow citizens
In the eyes of media one actor's unfortunate death is worth more than the death of thousands of farmers & daily wagers [2/2]
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) September 2, 2020
सरकार ने जिन 118 मोबाइल ऐप्स को बैन किया है, उनमें APUS लॉन्चर प्रो थीम, APUS सिक्योरिटी-एंटीवायरस, APUS टर्बो क्लीनर 2020, शाओमी की शेयर सेव, फेसयू, कट कट, बायडु, कैमकार्ड शामिल हैं। इसके अलावा, वीचैट रीडिंग, पिटू, इन नोट, स्मॉल क्यू ब्रश, साइबर हंटर, लाइफ आफ्टर आदि ऐप्स भी शामिल हैं। सरकार के इस फैसले को विपक्षी दलों ने ध्यान भटकाने वाला कदम करार दिया है। एआईएमएम के असुद्दीन ओवैसी ने कहा- सरकार सिर्फ ध्यान भटका रही है। सरकार को करना क्या था और कर क्या रही है।