New Delhi : विधानसभा सत्र की रणनीति को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अगुआई में विधायक दल की बैठक हुई। बैठक में 20 जून के बाद पहली बार अशोक गहलोत और सचिन पायलट की मुलाकात हुई। बैठक में राजस्थान के सीएम गहलोत भावुक हो गये। विधायकों की नाराजगी पर कहा – जो हुआ भुला दो। अपने तो अपने होते हैं। हम इन 19 विधायकों के बिना भी बहुमत साबित कर देते, पर खुशी नहीं मिलती। सरकार ने विधानसभा के शुक्रवार 14 अगस्त से शुरू हो रहे सत्र में विश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया है।
We could have proved the majority even without these 19 MLAs (Sachin Pilot & 18 MLAs who were supporting him) but it would not have given us happiness. We will bring Vote of Confidence: Rajasthan Chief Minister Ashok Gehlot at CLP meeting earlier today (file pic) pic.twitter.com/CqE8k3CcLT
— ANI (@ANI) August 13, 2020
विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री गहलोत ने विधायकों से अब तक हुई बातों को भूलकर आगे बढ़ने को कहा। वहीं, विधायक दल की बैठक के बाद के. सी. वेणुगोपाल ने कहा – सबकुछ अच्छे से हो गया। अब कांग्रेस परिवार एक साथ है, हम मिलकर भाजपा की गंदी राजनीति के खिलाफ लड़ेंगे। विधानसभा में कांग्रेस पार्टी एकजुटता से खड़ी होगी।
राजस्थान में लगभग एक महीने से जारी राजनीतिक घटनाक्रम के बीच विधानसभा का सत्र 14 अगस्त से शुरू हो रहा है। कांग्रेस विधायक विश्वेंद्र सिंह ने कहा- कांग्रेस एकजुट है। मुख्यमंत्री कांग्रेस विधायक दल के नेता हैं और सब उनका सम्मान करते हैं। अगर भाजपा चाहती हो तो वो अविश्वास प्रस्ताव ला सकती है ये उनका काम है। एक महीने तक हमने जो भी सुना और सहा वो आपके सामने है, लेकिन हम लोग अपनी मर्यादा में रहे। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं, मैं पहले भी कांग्रेस में था जब कांग्रेस से हटाया गया तब भी और आज भी कांग्रेस में हूं और आगे भी कांग्रेस में रहूंगा।
भाजपा द्वारा सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाये जाने की घोषणा के बीच विधानसभा का यह सत्र काफी हंगामेदार हो सकता है। भाजपा और उसके घटक दल ने भी आज बैठक की। बैठक के बाद नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा – विधानसभा के शुक्रवार से शुरू हो रहे सत्र में अविश्वास प्रस्ताव लाया जायेगा। हम अपनी तरफ से अविश्वास प्रस्ताव लेकर आ रहे हैं। हमने अपने प्रस्ताव में उन सारे बिंदुओं को लिया है जो आज राजस्थान में ज्वलंत हैं।
Reality is before you. Whatever we went through for a month is no secret but we maintained our dignity & no one amongst us said anything. Allegations were levelled & cases were filed against us. I say it clearly that I was, am & will always be in Congress party: Vishvendra Singh https://t.co/ukBhnKwd0P pic.twitter.com/ycfnYuPetU
— ANI (@ANI) August 13, 2020
कांग्रेस ने अपने दो विधायकों विश्वेंद्र सिंह तथा भंवरलाल शर्मा का निलंबन रद्द किया, लेकिन दिन की सबसे महत्वपूर्ण घटना पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात रही। लगभग एक महीने की सियासी खींचतान का एक तरह से पटाक्षेप करते हुए दोनों नेता मुख्यमंत्री निवास में मिले।