पुरानी से पुरानी बवासीर को 48 घंटे में ठीक कर देता है नारियल.. बस खाने का सही तरीका जान लीजिये

New Delhi : बवासीर बहुत ही खतरनाक समस्या है जिसे पाइल्स के नाम से भी जाना जाता है। बवासीर रोग हो जाने पर हमारे गुदा के पास मस्से निकलने लगते हैं जिससे जख्म हो जाया करता है। यह बेहद असह्य पीड़ा का वाहक भी है। अगर ज्यादा लंबा खिंच जाये तो रोगी एनिमिक हो जाता है। उसे तमाम तरह के अन्य रोग भी घेर लेते हैं। रोगी की स्थिति कमजोर हो जाती है। उसके कई महत्वपूर्ण अंगों पर भी इसका असर पड़ता है। वैसे पतंजलि के आचार्य बालकृष्ण कहते हैं कि अमरूद खाने से भी पाइल्स में मदद मिलती है।

बवासीर के प्रकार : बवासीर को दो भागों में बांटा गया है। एक बाहर का बवासीर एक अंदरूनी बवासीर। अगर पेशाब करते वक्त पेशाब के साथ खून निकलता है तो इसे खूनी बवासीर का दर्जा दिया गया है। बाहरी बवासीर : इस बवासीर में रोगी के गुदा के बाहर मस्से निकल आते हैं। अक्सर इन मस्सों से खुजली उत्पन्न होती है जिसे खुजलाने पर वहां से खून भी निकलने लगता है।
अंदर का बवासीर : अंदरूनी बवासीर में मस्सों की जगह गुदा के भीतर होती है। जब व्यक्ति टॉयलेट करता है तो इन मस्सों में तेज दर्द होता है और टॉयलेट के माध्यम से खून निकलने लगता है। इससे रक्त नलिका में सूजन की समस्या भी होने लगती है जिससे हर वक़्त दर्द बना रहता है।

बवासीर का रामबाण इलाज : आज हम आपको बवासीर का 1 घरेलू रामबाण नुस्खा बताएंगे जिससे 48 घंटों के अंदर बवासीर का खात्मा हो जाएगा। इसके लिए हमें गाय के दूध की दही और एक नारियल चाहिए। इस नुस्खे को बनाने के लिए सबसे पहले नारियल की जटाओं को जलाकर उसकी राख को किसी स्वच्छ कांच की शीशी में पैक कर दें। सुबह के समय पेट साफ करके इस नुस्खे को प्रयोग में लाना है। इसके लिए एक कटोरी में थोड़ी सी दही लेकर उसमें 5 से 6 ग्राम नारियल का भस्म डालकर अच्छी तरह से मिलाएं और इसका सेवन करें। इस दवा का सेवन कर लेने के बाद पूरे दिन आपको किसी भी तरह की चीज का सेवन नहीं करना है।

इस दवा का सेवन आपको दिन में तीन बार करना है। सुबह, दोपहर और बिस्तर में जाने से पहले। अगर आपको भूख सहन नहीं हो रही है तो, आप दही खा सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि, दही के अलावा किसी भी चीज का सेवन ना करें। इस दवा को 48 घंटों तक प्रयोग में लाएं आपको जल्द ही इस रोग से छुटकारा पा लेने की सूचना मिलेगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *