IPS तिवारी के जबरिया क्वारैंटाइन पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा- यह अच्छा नहीं हुआ

New Delhi : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महाराष्ट्र सरकार और मुम्बई पुलिस के बर्ताव पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने आज 3 अगस्त सोमवार को कहा- यह जो कुछ हो रहा है और हुआ है वो ठीक नहीं है। यह राजनीति तो हो नहीं रही। मैंने डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे से इस मसले पर बात की है। उन्होंने महाराष्ट्र के सक्षम अधिकारियों से बात की है। यह अच्छा नहीं हुआ है, जो भी हुआ है। उन्हें समझना होगा कि बिहार पुलिस अपनी जांच पड़ताल में जुटी हुई है।

डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कहा – मैं महाराष्ट्र के डीजीपी और अन्य सक्षम अधिकारियों से बात करने की कोशिश कर रहा हूं। इससे ज्यादा अभी मैं इस विषय पर कुछ नहीं कह सकता हूं। बता दें कि सुशांत सिंह मामले की जांच करने मुंबई पहुंचे आइपीएस ऑफिसर सिटी एसपी विनय तिवारी को 14 दिनों के लिये होम क्वारंटाइन किया गया है। मुंबई एयरपोर्ट से बाहर आने के बाद सिटी एसपी ने पटना से गये चारों पुलिस अधिकारियों के साथ मीटिंग। उसके कुछ देर बाद ही मुंबई जिला प्रशासन की टीम ने कोरोना का हवाला देकर उनके हाथ पर मुहर लगा दी।

इस मामले में बीएमसी ने कहा है कि उन्होंने जो भी किया है वो नियमों के अंतर्गत किया है। कोरोना वायरस संक्रमण के गाइडलाइन्स के अनुरूप किया गया है। रविवार देर रात ही बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने सोशल मीडिया में वीडियो और तस्वीर शेयर कर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने वीडियो और फोटो शेयर कर कहा है- ये हैं बिहार cadre के IPS अधिकारी विनय तिवारी जिनको मुंबई में 2 अगस्त को रात में 11 बजे ज़बरदस्ती क्वारैंटाइन कर दिया गया। सुशांत सिंह राजपूत केस में जाँच करनेवाली टीम का नेतृत्व करने गये थे। अब वे यहाँ से कहीं निकल नहीं सकते!

बता दें कि सुशांत केस में तेजी लाने और मुम्बई पुलिस के साथ बेहतर कॉर्डिनेशन के लिये बिहार सरकार ने अपने तेजतर्रार आईपीएस विनय तिवारी को मुम्बई भेजा है। तिवारी पटना में सिटी एसपी के चार्ज में हैं। मुम्बई में पहले से पटना पुलिस के चार अफसरों की एक टीम सुशांत मामले की छानबीन कर रही है लेकिन उन्हें मुम्बई पुलिस का कोई सपोर्ट नहीं मिल रहा है। इधर बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा है कि मुम्बई पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट और सीसीटीवी फुटेज नहीं दे रही है। जिसकी वजह से जांच को आगे बढ़ाने में मुश्किल आ रही है।
महाराष्ट्र के होम मिनिस्टर अनिल देशमुख ने कहा है कि सुशांत सिंह राजपूत प्रकरण में अब राजनीति हावी होती जा रही है। उन्होंने कहा- मुम्बई पुलिस मामले की जांच सही तरीके से कर रही है। सबकुछ अच्छे तरीके से और मेहनत के साथ हो रहा है लेकिन अब इसमें राजनीति होने लगी है। इस पूरे मामले में सीबीआई जांच की मांग बिलकुल गलत और शर्मनाक है। मुम्बई पुलिस को जांच का तरीका पता है और सबकुछ पटरी पर है। सीबीआई की कोई जरूरत नहीं।

आज इस मामले में भाजपा नेता और मुम्बई के भाजपा विधायक अमित साटम ने भी सीबीआई जांच की मांग की है। अमित साटम ने चिट्ठी लिखकर कहा है कि सुशांत केस में रोज नये खुलासे हो रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि जैसे पॉलिटकल इशारे पर मामले को दबाने की कोशिश हो रही है। बिहार पुलिस को भी मदद नहीं की जा रही है। आखिर ऐसा क्यों हो रहा है? साफ है शिवसेना के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार इस मामले की जांच ही नहीं कराना चाह रही है।

इधर केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने भी कहा है कि मुम्बई पुलिस की जांच का तरीका और जिस तरह से इस मामले में रोज नये खुलासे हो रहे हैं उसे देखते हुये इसकी सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिये। केंद्रीय मंत्री आरके सिंह भारत के होम सेक्रेटरी भी रह चुके हैं और ऐसे में उनके इस बयान को बेहद गंभीरता से लिया जा रहा है। वैसे बिहार के डीजीपी ने कहा है कि दोषी चाहे कहीं भी छुपा हो हम उसे ढूंढ निकालेंगे। हम हार नहीं माननेवाले। इस मामले का पटाक्षेप करके ही रहेंगे। उन्होंने कहा- रिया चक्रवर्ती को सामने आकर बिहार पुलिस का सहयोग करना चाहिये। जिस दिन हमें साक्ष्य मिल गये तो जमीन खोदकर भी उनको निकाल लायेंगे।

पटना पुलिस सुशांत केस की जांच को लगातार आगे बढ़ा रही है। पटना पुलिस के साथ मुम्बई पुलिस को-ओपरेट तो नहीं ही कर रही थी अब बदतमीजी भी करने लगी है। साफ है कि मुम्बई पुलिस को पटना पुलिस की जांच-पड़ताल रास नहीं आ रही। पटना पुलिस बांद्रा स्थित सुशांत के घर पहुंची। वहां जमीन मालिक, सोसायटी के मैनेजर, नौकर नीरज, गार्ड और बिल्डिंग में रह रजे कई लोगों से पूछताछ की गई। इंस्पेक्टर मनोरंजन भारती ने पूछताछ की। इस पूछताछ में पुलिस के हाथ काफी लीड लगे हैं और मुम्बई पुलिस सहयोग करे न करे पटना पुलिस मामले का पटाक्षेप कर ही देगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *