महाराष्ट्र सरकार नहीं चाहती सुशांत केस की जांच – IPS तिवारी जबरन 14 दिनों के लिये होम क्वारैंटाइन

New Delhi : सुशांत सिंह मामले की जांच करने मुंबई पहुंचे आइपीएस ऑफिसर सिटी एसपी विनय तिवारी को 14 दिनों के लिये होम क्वारंटाइन किया गया है। मुंबई एयरपोर्ट से बाहर आने के बाद सिटी एसपी ने पटना से गये चारों पुलिस अधिकारियों के साथ मीटिंग। उसके कुछ देर बाद ही मुंबई जिला प्रशासन की टीम ने कोरोना का हवाला देकर उनके हाथ पर मुहर लगा दी।

ये हैं बिहार cadre के IPS अधिकारी विनय तिवारी जिनको मुंबई में आज रात में 11 बजे रात में ज़बरदस्ती क्वोरंटीन कर दिया गया.SSR केस में जाँच करनेवाली टीम का नेतृत्व करने गए थे.अब ये यहाँ से कहीं निकल नहीं सकते!

Posted by IPS Gupteshwar Pandey on Sunday, August 2, 2020

बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने सोशल मीडिया में वीडियो और तस्वीर शेयर कर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने वीडियो और फोटो शेयर कर कहा है- ये हैं बिहार cadre के IPS अधिकारी विनय तिवारी जिनको मुंबई में 2 अगस्त को रात में 11 बजे ज़बरदस्ती क्वारैंटाइन कर दिया गया। सुशांत सिंह राजपूत केस में जाँच करनेवाली टीम का नेतृत्व करने गये थे। अब वे यहाँ से कहीं निकल नहीं सकते!

IPS officer Vinay Tiwari reached Mumbai today from patna on official duty to lead the police team there but he has been…

Posted by IPS Gupteshwar Pandey on Sunday, August 2, 2020

बता दें कि सुशांत केस में तेजी लाने और मुम्बई पुलिस के साथ बेहतर कॉर्डिनेशन के लिये बिहार सरकार ने अपने तेजतर्रार आईपीएस विनय तिवारी को मुम्बई भेजा है। तिवारी पटना में सिटी एसपी के चार्ज में हैं। मुम्बई में पहले से पटना पुलिस के चार अफसरों की एक टीम सुशांत मामले की छानबीन कर रही है लेकिन उन्हें मुम्बई पुलिस का कोई सपोर्ट नहीं मिल रहा है। इधर बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा है कि मुम्बई पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट और सीसीटीवी फुटेज नहीं दे रही है। जिसकी वजह से जांच को आगे बढ़ाने में मुश्किल आ रही है।
महाराष्ट्र के होम मिनिस्टर अनिल देशमुख ने कहा है कि सुशांत सिंह राजपूत प्रकरण में अब राजनीति हावी होती जा रही है। उन्होंने कहा- मुम्बई पुलिस मामले की जांच सही तरीके से कर रही है। सबकुछ अच्छे तरीके से और मेहनत के साथ हो रहा है लेकिन अब इसमें राजनीति होने लगी है। इस पूरे मामले में सीबीआई जांच की मांग बिलकुल गलत और शर्मनाक है। मुम्बई पुलिस को जांच का तरीका पता है और सबकुछ पटरी पर है। सीबीआई की कोई जरूरत नहीं।

आज इस मामले में भाजपा नेता और मुम्बई के भाजपा विधायक अमित साटम ने भी सीबीआई जांच की मांग की है। अमित साटम ने चिट्ठी लिखकर कहा है कि सुशांत केस में रोज नये खुलासे हो रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि जैसे पॉलिटकल इशारे पर मामले को दबाने की कोशिश हो रही है। बिहार पुलिस को भी मदद नहीं की जा रही है। आखिर ऐसा क्यों हो रहा है? साफ है शिवसेना के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार इस मामले की जांच ही नहीं कराना चाह रही है।

इधर केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने भी कहा है कि मुम्बई पुलिस की जांच का तरीका और जिस तरह से इस मामले में रोज नये खुलासे हो रहे हैं उसे देखते हुये इसकी सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिये। केंद्रीय मंत्री आरके सिंह भारत के होम सेक्रेटरी भी रह चुके हैं और ऐसे में उनके इस बयान को बेहद गंभीरता से लिया जा रहा है। वैसे बिहार के डीजीपी ने कहा है कि दोषी चाहे कहीं भी छुपा हो हम उसे ढूंढ निकालेंगे। हम हार नहीं माननेवाले। इस मामले का पटाक्षेप करके ही रहेंगे। उन्होंने कहा- रिया चक्रवर्ती को सामने आकर बिहार पुलिस का सहयोग करना चाहिये। जिस दिन हमें साक्ष्य मिल गये तो जमीन खोदकर भी उनको निकाल लायेंगे।

पटना पुलिस सुशांत केस की जांच को लगातार आगे बढ़ा रही है। पटना पुलिस के साथ मुम्बई पुलिस को-ओपरेट तो नहीं ही कर रही थी अब बदतमीजी भी करने लगी है। साफ है कि मुम्बई पुलिस को पटना पुलिस की जांच-पड़ताल रास नहीं आ रही। पटना पुलिस बांद्रा स्थित सुशांत के घर पहुंची। वहां जमीन मालिक, सोसायटी के मैनेजर, नौकर नीरज, गार्ड और बिल्डिंग में रह रजे कई लोगों से पूछताछ की गई। इंस्पेक्टर मनोरंजन भारती ने पूछताछ की। इस पूछताछ में पुलिस के हाथ काफी लीड लगे हैं और मुम्बई पुलिस सहयोग करे न करे पटना पुलिस मामले का पटाक्षेप कर ही देगी।

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