New Delhi : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज 17 जुलाई को लद्दाख दौरे पर हैं। उन्होंने लेह में स्टकना फॉरवर्ड लोकेशन पर जवानों से बात की। राजनाथ ने हथियारों का जायजा भी लिया। उन्होंने पीका मशीनगन हाथ में लेकर देखी। सैनिकों ने पैरा ट्रूपिंग और सैन्य अभ्यास का प्रदर्शन भी किया। राजनाथ के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे भी हैं।
#WATCH Ladakh: Defence Minister Rajnath Singh inspects a Pika machine gun at Stakna, Leh. pic.twitter.com/MvndyQcN82
— ANI (@ANI) July 17, 2020
दो दिन के दौरे में राजनाथ आज लद्दाख में फॉरवर्ड लोकेशंस का जायजा लेंगे। शनिवार को श्रीनगर जायेंगे। गलवान की घटना के बाद राजनाथ पहली बार लद्दाख का दौरा कर रहे हैं। इससे पहले राजनाथ का 2 जुलाई को लद्दाख जाने का प्रोग्राम था, लेकिन टाल दिया गया। उसके अगले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अचानक लद्दाख पहुंच गए। मोदी ने चीन से झड़प में शामिल जवानों का हौसला बढ़ाया और चीन को चुनौती देते हुए उसकी विस्तारवादी नीति पर निशाना साधा था।
मोदी के दौरे के 2 दिन बाद यानी 5 जुलाई को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की चीन के विदेश मंत्री वांग यी से वीडियो कॉल पर बात हुई। उसके बाद चीन झुक गया और लद्दाख के विवादित इलाकों से अपनी सेना हटाने को राजी हो गया। पहले फेज का डिसएंगेजमेंट पूरा भी हो चुका है।
#WATCH Ladakh: Troops of Indian Armed Forces carry out para dropping exercise at Stakna, Leh in presence of Defence Minister Rajnath Singh, Chief of Defence Staff General Bipin Rawat and Army Chief General MM Naravane. pic.twitter.com/TX4eVOkeT0
— ANI (@ANI) July 17, 2020
हालांकि, दूसरे फेज में कुछ दिक्कतें आ रही हैं। न्यूज एजेंसी के सूत्रों का कहना है कि पैंगोग त्सो और देपसांग इलाकों में चीन विवाद से पहले की स्थिति में लौटने को तैयार नहीं हो रहा। इस मुद्दे पर भारत-चीन के बीच मंगलवार को लेफ्टिनेंट जनरल लेवल की बातचीत हुई जो साढ़े चौदह घंटे चली थी।