New Delhi : माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स ने भारत की तारीफ की है। उन्होंने भारत की तारीफ करते हुये कहा- भारत का फॉर्मास्यूटिकल उद्योग न केवल अपने देश की बल्कि पूरे विश्व की जरूरतों को पूरा कर सकता है। भारत के फॉर्मा उद्योग बहुत ज्यादा संभावनायें हैंं और वे अपने कार्य में निपुण और दक्ष हैं। भारत में कोरोना वैक्सीन हासिल करने के क्षेत्र में भी अच्छा काम कर रही हैं। भारत की कंपनियों में गजब की इच्छाशक्ति है। इससे पहले भी कोरोना की रोकथाम के लिये मोदी सरकार के प्रयासों की बिल गेट्स काफी सराहना कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि भारत में गंभीरता से कोरोना को हराने के प्रयास हो रहे हैं।
#India’s #pharmaceutical industry is capable of producing #Covid19 #vaccines for the entire world, said Microsoft co-founder and philanthropist #BillGates.https://t.co/v3DcxDoZ04
— IndiaToday (@IndiaToday) July 16, 2020
डिस्कवरी प्लस के एक डॉक्यूमेंट्री इंडियाज वार अगेंस्ट दी वायरस में गेट्स ने कहा है – भारत को बहुत अधिक जनसंख्या घनत्व के कारण स्वास्थ्य संकट से जुड़ी बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। भारत के पास कई दवा और वैक्सीन कंपनियां हैं, जो पूरी दुनिया के लिये विशाल आपूर्तिकर्ता हैं। भारत में दुनिया के मुकाबले कहीं अधिक वैक्सीन बनाई जाती है। सीरम इंस्टीट्यूट इसमें सबसे बड़ा नाम है। लेकिन भारत में बायो ई, भारत बायोटेक जैसी कई अन्य कंपनियां भी हैं। ये कंपनियां देश में कोरोना वैक्सीन बनाने में मदद करने के लिये काम कर रही हैं।
गेट्स ने कहा – बिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन भी भारत सरकार के साथ एक साझेदार है। वह विशेष रूप से जैव प्रौद्योगिकी विभाग, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद और मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय से उपकरणों को प्राप्त करने के बारे में सलाह देते हैं।
इधर अपने देश में कोरोना वैक्सीन बनाने की दिशा में काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। भारतीय दवा कंपनी जायडस कैडिला ने बुधवार को कहा – उसने कोरोना वैक्सीन बनाने के लिये मानव परीक्षण शुरू कर दिया गया है। दूसरी ओर, भारत बायोटेक, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे द्वारा संयुक्त रूप से विकसित कोवाक्सिन का क्लिनिकल ट्रायल देश में चल रहा है।