New Delhi : चीन की सीमा पर पिछले तीन महीने से जारी तनाव के बीच रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल केजे सिंह ने कहा – सीमा विवाद भारत के इतिहास में नेताओं द्वारा की गई गलतियों का नतीजा हैं। उस समय जो लोग भारत की राजनीतिक स्थिति के लिये जिममेदार थे उन्होंने मजबूत इच्छाश्ाक्ति नहीं दिखाई। उनकी कमजोरियों का ही नतीजा है कि आज चीन बदमाशियां कर रहा है।
1962 में अहीर रेजिमेंट के जवान शैतान सिंह आज भी चीनियों को सपने में दिखाई देते हैं। उस युद्ध में चीनी सेना ने अहीर रेजिमेंट और जाट रेजिमेंट में हरियाणा के जवानों के बाहुबल को आजमाया है जिसे वह अभी तक नहीं भुला पाये हैं।
Coutesy Hindu.
Chinese perspective & dilemmas.
Must read point of view from Beijing.
Takeaways-
1-Long haul. 2-Likely to be uneasy & contested peace. 3-China pushing India into US camp. 4- Monitor Red Corridor & NE groups.
5- Relentless capability building must pic.twitter.com/OtLWSxVxiR— Lt Gen K J Singh (@kayjay34350) July 16, 2020
भाजपा के सैनिक प्रकोष्ठ और मीडिया विभाग की वर्चुअल बैठक और वेबिनार में पद्म भूषण केजे सिंह ने कहा – 1914 के भारत-तिब्बत समझौते से लेकर शिमला समझौते तक हमारे राजनेताओं की कमजोरी के कारण चीन आज हमारी जमीन पर बैठा है। वरना तो 1914 से पहले भारत की कोई सीमा चीन से नहीं लगती थी और न कोई विवाद था।
बैठक में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला के साथ ही राज्यसभा सदस्य डीपी वत्स, सांसद सुनीता दुग्गल, भाजपा के प्रदेश महामंत्री एडवोकेट वेदपाल, महामंत्री संदीप जोशी सहित अन्य पदाधिकारियों ने अपनी बात रखी। बराला ने कहा कि आज चीन के साथ विवाद में दुनिया भारत की तरफ खड़ी है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश नीति का ही परिणाम है।
बराला ने कहा – एक समय ऐसा भी था जब तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने 45 सौ वर्ग किलोमीटर क्षेत्र चीन को थाली में सजा कर दे दिया था। राज्यसभा सदस्य डीपी वत्स ने कहा – आज हमें आर्थिक महाशक्ति बने चीन को आर्थिक रूप से तो़ड़ने की जरूरत है। चीनी सामान का उपयोग खत्म कर स्वदेशी वस्तुओं का ज्यादा उपयोग करें। वेबिनार के दौरान वक्ताओं ने कहा – चीन को आर्थिक रूप से नीचा दिखाया जा सकता है।