New Delhi : राजस्थान के मचे अंदरूनी कलह के बीच कांग्रेस पार्टी को उत्तर प्रदेश में भी झटका लगा है। यहां विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित ने साक्ष्यों के अभाव में विधायक अदिति सिंह और राकेश सिंह की सदस्यता रद्द करने की कांग्रेस की याचिका को खारिज कर दिया। वहीं, हरदोई के भाजपा विधायक नितिन अग्रवाल पर फैसला सुरक्षित रखा गया है।
सत्य परेशान हो सकता है पराजित नहीं।
— Aditi Singh (@AditiSinghRBL) July 13, 2020
कांग्रेस विधानमंडल दल नेता आराधना मिश्रा ने रायबरेली सदर विधायक अदिति सिंह और हरचंदपुर सीट से विधायक राकेश सिंह के खिलाफ दलबदल कानून के तहत 16 नवंबर 2019 को सदस्यता खत्म करने के लिये याचिका दायर की थी। दोनों विधायक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के करीबी माने जाते हैं। सरकार गठन के बाद से ही सभी मौकों पर अपनी पार्टी लाइन से इतर भाजपा सरकार का समर्थन किया है।
रायबरेली सदर विधायक अदिति सिंह और राकेश सिंह की सदस्यता बरकरार, विधानसभा स्पीकर हृदयनारायण दीक्षित ने दोनों विधायकों की सदस्यता रद्द करने की माँग करने वाली कांग्रेस की याचिका को खारिज किया। #AditiSingh pic.twitter.com/XJUWo8HWX0
— IANS Hindi (@IANSKhabar) July 13, 2020
कांग्रेस से बगावत कर चुकी अदिति सिंह को राज्य सरकार ने ग्रेडेड सुरक्षा दी है। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 का मामला हो या प्रवासी श्रमिकों के लिए कांग्रेस की तरफ से एक हजार बसों के चलाने की पेशकश, अदिति सिंह ने पार्टी लाइन से इतर अपनी आवाज मुखर की है।
रायबरेली सदर की कांग्रेस विधायक अदिति सिंह रायबरेली के पूर्व विधायक अखिलेश सिंह की पुत्री हैं। वे 2017 में चुनाव लड़ी थीं। वहीं, रायबरेली की ही हरचंदपुर सीट से कांग्रेस विधायक राकेश सिंह भाजपा में शामिल हो चुके एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह के सगे भाई हैं।