New Delhi : अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने बुधवार 8 जुलाई को कहा – चीन का कोई भी पड़ोसी देश ऐसा नहीं है जिसके साथ उसका सीमा विवाद न हो। चीन ने भूटान के साथ भी अपने सीमा विवाद का जिक्र किया है। लद्दाख में चीन ने घुसपैठ करने की कोशिश की और भारत ने मुंहतोड़ जवाब देकर उनको सबक सिखाया।
#WATCH – I have spoken with Foreign Minister S Jaishankar a number of times about this. Chinese took incredibly aggressive actions and Indians have done their best to respond to that: Mike Pompeo, US Secretary of State on India-China border tensions pic.twitter.com/eJEVZkM9Ez
— ANI (@ANI) July 8, 2020
भारत-चीन सीमा विवाद पर पोम्पियो ने कहा – मैंने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से इस बारे में बात की। चीन ने बिना किसी उकसावे के आक्रामक कार्रवाई की। भारत ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने हाल में ही भूटान के साथ सीमा विवाद का जिक्र किया था। हिमालय की पर्वत श्रृंखलाओं से लेकर समुद्र में वियतनाम के सेनकाकू द्वीपों चीन का सीमा विवाद है। चीन के पास क्षेत्रीय विवादों को भड़काने का एक पैटर्न है। दुनिया को चीन की इस बदमाशी की अनुमति नहीं देनी चाहिये।
पोम्पियो ने कहा – चीन अन्य देशों की अपेक्षा अपने ही लोगों को खुले तौर पर अपनी भावनाएं व्यक्त करने से डरता है। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के पास विश्ववसनीयता की समस्या है। वे दुनिया को कोरोना वायरस की सच्चाई बताने में विफल रहे हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्री ने चाइनीज ऐप टिक टॉक को बैन करने पर कहा – मैं इसे व्यापक संदर्भ में रखना चाहता हूं। हम अमेरिकी नागरिकों की गोपनीयता और उनके डेटा की रक्षा को लेकर प्रतिबद्ध हैं। हम अमेरिकी लोगों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिये इसका निरंतर मूल्यांकन कर रहे हैं।
पोम्पियो ने कहा – चीन का कोई पड़ोसी देश ऐसा नहीं है जो यह कह सके कि वे जानते हैं कि उनकी संप्रभुता कहां खत्म हो रही है और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी उसका सम्मान करेगी। भूटान के लोगों के लिये यह निश्चित रूप से सच है। दुनिया को इसका जवाब देने के लिये एक साथ आना चाहिये। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के इस बढ़ते विस्तारवादी प्रयासों को राष्ट्रपति ट्रंप ने गंभीरता से लिया है।