New Delhi : भारत में लगातार रिकॉर्ड तोड़ रहे कोरोना के मामलों के बीच एक बेहद अच्छी खबर आ रही है। आज से देश में कोरोना वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल शुरू होने जा रहा है। भारत में बनी इस वैक्सीन का नाम कोवैक्सीन रखा गया है जिसे भारत बॉयोटेक कंपनी ने तैयार किया है।
एक वेबसाइट में छपी खबर के मुताबिक इसका देश के 12 संस्थानों में ट्रायल किया जाएगा। इन संस्थानों में पटना एम्स भी शामिल है। विशेषज्ञों की मानें तो पहले चरण में इसे कम लोगों पर ट्रायल करके देखा जायेगा। सफलता मिलने के बाद ही दूसरे और तीसरे चरण में ट्रायल किया जायेगा।
COVAXIN: Process for COVID-19 vaccine clinical trials begins at NIMS Hyderabad | via @IndiaTVNews #COVAXIN #coronavirusvaccine #clinicaltrials #nims #Hyderabad #coronavirus #COVID19https://t.co/WkgZjOkO66
— India TV (@indiatvnews) July 7, 2020
आज से शुरू होने वाले ह्यूमन ट्रायल का यह पहला चरण है। पहले चरण में कुल 125 लोगों पर कोवैक्सीन के दो डोज दिए जाएंगे। पहली डोज आज देने के बाद 14 दिन बाद अर्थात 21 जुलाई को दूसरी डोज दी जाएगी। अगर सब कुछ सही रहा तो तीनों चरण मिलाकर कुल 375 लोगों पर इस वैक्सीन को जांचा जाएगा। पहले ट्रायल में लगेंगे 28 दिन लगेंगे। तीन अगस्त तक इस वैक्सीन के पहले फेज की सफलता का पता चल जाएगा।
भारत बॉयोटेक कंपनी इससे पहले भी अन्य बीमारियों का वैक्सीन बना चुकी है, जिसे दूसरे देशों में सप्लाई भी किया जाता है। कंपनी ने पोलियो, रेबीज, रोटावायरस और जिका वायरस, चिकनगुनिया, जापानी इनसेफ्लाइटिस समेत अन्य बीमारियों का वैक्सीन भी तैयार किया है।
आपको बता दें कि भारत बायोटेक के अलावा देश में कई और कंपनियां ने कोरोना वायरस के वैक्सीन निर्माण का कार्य किया है। इन भारतीय फर्मों में ज़ेडियस कैडिला, पैंसिया बायोटेक और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया भी शामिल है। हालांकि, पैंसिया अभी भी शुरूआती चरण में कार्य कर रही है। ज़ेडियस और सीरम कंपनी ने भी मानव परीक्षणों के लिए केंद्रीय ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइज़ेशन को आवेदन किया है।