New Delhi : विकास दुबे के साथ रहने वाले दयाशंकर अग्निहोत्री को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में दयाशंकर ने कई बड़े खुलासे किया। दयाशंकर ने पुलिस को बताया – विकास के पास रात लगभग साढ़े आठ बजे यह सूचना आ गई थी कि पुलिस छापा मारने वाली है। इसके बाद विकास दुबे ने मुझसे कहा घर के सारे दरवाजे खिड़कियां बंद कर लो। विकास खुद बदमाशों का इंतजाम करने चला गया। करीब 1 घंटे बाद वह 50 असलहाधारी बदमाशों को लेकर घर लौटा। मुखबिर से सूचना मिलने के बाद विकास के पास जिसका भी फोन आ रहा था वह उनसे यही कह रहा था कि आने दो सबको कफन में यहां से भेजूंगा।
#Kanpur: An accomplice of the history-sheeter has revealed that Vikas Dubey had received a phone call about the police raid.
(@neelanshu512) https://t.co/GiY5CdQHVh— IndiaToday (@IndiaToday) July 5, 2020
रविवार सुबह पुलिस ने विकास दुबे के साथ रहने वाली दयाशंकर को गिरफ्तार कर लिया। दयाशंकर के पैर में गोली लगी है। पुलिस पूछताछ में उसने बताया – उसके परिवार को दो बेटियां और पत्नी हैं। पत्नी का नाम रेखा दो बेटियां मुस्कान और महक हैं। 3 साल की उम्र में ही उसके माता-पिता का निधन हो गया था, जिसके बाद से उसे विकास दुबे के माता-पिता ने पाला और शादी विवाह कराया। वह उनके घर में रहकर खाना बनाने और पशुओं को चारा पानी देने का काम करता था। घटना के दिन चौबेपुर थाने से विकास के मोबाइल पर रात करीब 8:30 बजे एक फोन आया।
मोस्ट वांटेड विकास दुबे के घर दबिश के दौरान चौबेपुर एसओ की भूमिका संदिग्ध मिलने और लापरवाही पर एसएसपी दिनेश कुमार पी ने शनिवार को ही सस्पेंड कर दिया है। साथ ही थाने में तैनात सिपाही से लेकर सभी दरोगा की गोपनीय जांच भी की जा रही है। पता लगाया जा रहा है कि किस गद्दार ने दबिश से पहले मुखबिरी की थी। जांच पूरी होने के बाद दोषी पुलिसकर्मी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करके जेल भेजा जाएगा।
बिकरू कांड की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि पुलिस के ही किसी भेदिये ने फोन पर विकास को दबिश से पहले सूचना दे दी थी। एसटीएफ की जांच में चौबेपुर एसओ की भी उससे कई बार बातचीत होने की बात सामने आई है। सिपाही और एक होमगार्ड के भी बातचीत करने की जानकारी सामने आ रही है।
यही नहीं, दबिश के दौरान चौबेपुर एसओ विनय तिवारी सबसे पीछे रह गये और दूसरे थानेदारों व पुलिसकर्मियों को आगे जाने दिया, जिन्हें क्षेत्र की ज्यादा जानकारी नहीं थी। इसे घोर लापरवाही माना गया है। इसके चलते एसओ पर कार्रवाई की गई। चौबेपुर थाने के सभी पुलिस कर्मियों की कॉल डिटेल के साथ ही अन्य जांच की जा रही है। इसमें भेदिये का नाम सामने आने की उम्मीद है?