New Delhi : उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (UPMRC) ने कानपूर और आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट को हासिल करने की दौड़ में शामिल चाइनीज कंपनियों को आउट कर दिया है। वैसे तकनीकी खामियों के चलते कानपुर, आगरा मेट्रो के लिये चीनी कंपनी के टेंडर को खारिज कर दिया गया है। कार्पोरेशन ने कानपुर और आगरा मेट्रो परियोजनाओं के लिये रोलिंग स्टॉक्स की आपूर्ति, परीक्षण और चालू करने के साथ-साथ ट्रेन कंट्रोल और सिग्नलिंग सिस्टम का ठेका बॉम्बार्डियर ट्रांसपोर्ट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को दिया है।
View of newly commissioned Chinese made train for Kolkata Metro Railway at Noapara Metro railway car-shed. (Photos: VCG) #India #China #railway #TRAIN pic.twitter.com/a9pHPskJaE
— Global Times (@globaltimesnews) March 8, 2019
इसके लिये चीन की कंपनी सीआरआरसी (CRRC) नैनजिंग पुजहेन लिमिटेड ने भी टेंडर भरा था लेकिन तकनीकी खामियां पाये जाने के कारण चीनी कंपनी को अयोग्य घोषित कर दिया गया। बॉम्बार्डियर ट्रांसपोर्ट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड एक भारतीय कंसोर्टियम (कंपनियों का समूह) है। कानपुर और आगरा दोनों ही मेट्रो परियोजनाओं हेतु कुल 67 ट्रेनों की सप्लाई होगी, जिनमें से प्रत्येक ट्रेन में 3 कोच होंगे, जिनमें से 39 ट्रेनें कानपुर और 28 ट्रेनें आगरा के लिए होंगी।
एक ट्रेन की यात्री क्षमता लगभग 980 होगी यानी प्रत्येक कोच में लगभग 315-350 यात्री यात्रा कर सकेंगे। यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने बताया कि रोलिंग स्टॉक्स और सिग्नलिंग सिस्टम के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धात्मक बोलियां आमंत्रित की गई थी, जिसके तहत 4 अंतरराष्ट्रीय कंपनियों ने टेंडर प्रक्रिया में हिस्सा लिया और 18 फरवरी, 2020 को अपनी निविदाएं यूपीएमआरसी को सौंपी। वित्तीय बोली के लिये तीन बोलीदाताओं को चुना गया अैर सबसे कम बोली लगाने वाली कंपनी में बॉम्बार्डियर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को आज ठेका दे दिया गया।
With a maximum design speed of 80km/h and world-class technical indicators, the first China-exported train coach to #Indian Nagpur Metro was launched on Friday by CRRC Dalian. A total of 69 train coaches will be produced for subway operations in Nagpur. pic.twitter.com/xfy6Tq2IsC
— Global Times (@globaltimesnews) November 24, 2018
UPMRC द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक लखनऊ की ही तर्ज पर कानपुर और आगरा में भी रोलिंग स्टॉक्स और सिग्नलिंग सिस्टम के लिए एकीकृत निविदा प्रक्रिया अपनाई। देश में पहली बार लखनऊ मेट्रो परियोजना के लिए यह प्रयोग किया गया था, जो बेहद सफल रहा। बयान में कहा गया है कि लॉकडाउन के बाद कानपुर में एकबार फिर से पूरे जोर के साथ सिविल निर्माण कार्य शुरू करने के बाद, रोलिंग स्टॉक और सिग्नलिंग सिस्टम के निविदा प्रक्रिया का पूरा होना एक बड़ी उपलब्धि है। इससे न सिर्फ़ अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी बल्कि कानपुर और आगरा की जनता का मेट्रो सेवाओं का सपना भी अब जल्द ही पूरा होगा।