New Delhi : कश्मीर के सोपोर में बुधवार को मासूम बच्चे की जान बचाने वाले सीआरपीएफ के जवान पवन कुमार चौबे वाराणसी के रहने वाले हैं। अपने बेटे की बहादूरी सुन कर पिता सुभाष चौबे ने कहा – बेटा देश सेवा के लिए गया और वह करके आज दिखा दिया। प्रशंसा सुन रहा हूं तो सीना गर्व से चौड़ा हो गया है।
पवन ने बताया – फायरिंग से डरे-सहमे तीन साल के बच्चे को जब उठाया तो वह मेरे सीने से चिपक गया। पवन कुछ क्षणों तक बच्चे को सीने से नहीं हटा सके। बाद में पास में खड़े एसओजी के जवानों को उसे सौंपा और घायल जवानों को अस्पताल पहुंचाने में जुट गये। उन्होंने बताया कि वे किसी तरह तड़तड़ाती गोलियों के बीच रेंगकर बच्चे के करीब पहुंचे और मासूम को बचाया।
The first hand account by a local cop in Sopore about the terror crime. He was first to respond the situation after the incident. pic.twitter.com/nIVxrIJmlF
— Imtiyaz Hussain (@hussain_imtiyaz) July 1, 2020
चौबेपुर थाना क्षेत्र के गोलढमकवां निवासी पिता सुभाष चौबे ने कहा – बेटा देश सेवा के लिये गया। प्रशंसा सुन रहा हूं तो सीना गर्व से चौड़ा हो गया है। किसानी करके बच्चों को पढ़ाया। देश की आजादी के लिए महात्मा गांधी और चंद्रशेखर आजाद ने अपनी जान की बाजी लगाकर हमें खुली हवा में सांस लेने की आजादी दी। बेटा अब लोगों की हिफाजत के लिए तैनात है। यह मेरे लिये फख्र की बात है। बेटे की बहादुरी सुनकर उत्साहित पिता सुभाष श्याम नाराणय पांडेय की चेतक पर लिखी कविता की पंक्ति रण–बीच चौकड़ी भर–भरकर, चेतक बन गया निराला था। राणा प्रताप के घोड़े से पड़ गया हवा को पाला था… सुनाने लगे।
पवन तीन भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं। बड़ा भाई अजय कुमार चौबे मुंबई में कारपेट कम्पनी में कार्यरत हैं। दूसरे नंबर पर बहन रंजना की शादी प्रयागराज के पास हुई है। सुभाष बताते हैं कि बेटे के बड़े ससुर पुलिस फोर्स में हैं। वह बेटे को हमेशा सेना में जाने के लिए प्रेरित करते थे।
मां सुशीला देवी को दोपहर में टीवी के जरिये बेटे की वीरता के बारे में जानकारी मिली। कहा कि देखकर बहुत ही अच्छा लगा है। बेटे ने न केवल देश का बल्कि घर, परिवार और गांव का नाम रोशन किया है। कहा कि मां भगवती से कामना करती हूं कि वह स्वस्थ रहे।
Listen to the child whose innocent grand father was killed infront of him in Sopore, Kashmir today. pic.twitter.com/ceaXLZoVC4
— Salman Nizami (@SalmanNizami_) July 1, 2020
पत्नी शुभांगी चौबे बताती हैं – जनवरी में वह यहां से गए हैं। दोपहर में फोन पर सबकुछ घटनाक्रम की जानकारी दी थी। एकबारगी मन में डर लगा लेकिन उनकी वीरता से ज्यादा देर तक नहीं रह सका। मुझे उनपर काफी गर्व है। पवन को आठ साल का बेटा और पांच साल की बेटी है।