New Delhi : भारत ने दो टूक शब्दों में कह दिया है कि एलएसी पर तभी तनाव खत्म होगा जब चीन वहां निर्माण बंद कर दे। चीन में भारत के राजदूत विक्रम मिस्री ने शुक्रवार को कहा – वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के लिए सैन्य गतिरोध को समाप्त करने का एकमात्र तरीका है कि वहां नए निर्माण बंद कर दे। न्यूज एजेंसी से बात करते हुए उन्होंने कहा – गलवान घाटी पर चीन की संप्रभुता का दावा टिकने योग्य नहीं है, ऐसे बढ़-चढ़ कर किये गये दावों से कोई मदद नहीं मिलने वाली है।
China has to stop the practice of transgressing and trying to erect structures on the Indian side of the LAC: Indian envoy to China
— Press Trust of India (@PTI_News) June 26, 2020
India has always carried activities on the Indian side of the LAC: Indian envoy to China Misri to PTI
— Press Trust of India (@PTI_News) June 26, 2020
मिस्री ने कहा – जमीनी स्तर पर यथास्थिति को बदलने के चीन के प्रयास से सीमा संबंधी द्विपक्षीय संबंधों में ‘प्रभाव’ पड़ेगा और प्रतिक्रया होगी। शेष द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति के लिए सीमा पर शांति और स्थिरता बनाये रखना अनिवार्य शर्त है। जमीनी स्तर पर चीनी सेना की कार्रवाई ने द्विपक्षीय संबंधों में विश्वास को काफी ठेस पहुंचाया है।
मिस्री ने कहा कि चीन को भारतीय सेना के सामान्य गश्त में अवरोध और बाधाएं उत्पन्न करना बंद करना चाहिये। भारत ने हमेशा वास्तविक नियंत्रण रेखा के भारतीय इलाके में ही अपनी गतिविधियों को अंजाम दिया है। चीन को सीमा का उल्लंघन करने और वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय इलाके में निर्माण का चलन बंद करना होगा।