New Delhi : गुरुवार 25 जून को आकाशीय बिजली से तीन राज्यों में कुल 110 लोगों की जान चली गई। बिहार, यूपी और झारखंड में घटनाएं हुई हैं। सबसे ज्यादा घटना बिहार में हुईं। यहां के 23 जिलों में 83 लोगों की जान चली गई। इनमें गोपालगंज में 14, मधुबनी और नवादा में 8-8 तथा सीवान व भागलपुर में 6-6 लोग शामिल हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटनाओं पर दुख व्यक्त किया है। साथ ही आश्रितों को तत्काल चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा – आपदा की इस घड़ी में सरकार प्रभावित परिवारों के साथ है।
बिहार और उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में भारी बारिश और आकाशीय बिजली गिरने से कई लोगों के निधन का दुखद समाचार मिला। राज्य सरकारें तत्परता के साथ राहत कार्यों में जुटी हैं। इस आपदा में जिन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है, उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदना प्रकट करता हूं।
— Narendra Modi (@narendramodi) June 25, 2020
वज्रपात से गोपालगंज में 13, पूर्वी चंपारण में पांच, सीवान में छह, दरभंगा में पांच, बांका में पांच, भागलपुर में छह, खगड़िया में तीन, मधुबनी में आठ, पश्चिम चंपारण में दो, समस्तीपुर में एक, शिवहर में एक, किशनगंज में दो, सारण में एक, जहानाबाद में दो, सीतामढ़ी में एक, जमुई में दो, नवादा में आठ, पूर्णिया में दो, सुपौल में दो, औरंगाबाद में तीन, बक्सर में दो, मधेपुरा में एक और कैमूर में दो लोगों की जान चली गई है। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि खराब मौसम में पूरी तरह सतर्क रहें। खराब मौसम होने पर वज्रपात से बचाव के लिए आपदा प्रबंधन विभाग समय-समय पर जारी किये गये सुझावों का पालन करे। खराब मौसम में घरों में रहें और सुरक्षित रहें।
भारी बारिश के बीच आकाशीय बिजली ने मधुबनी जिले में दो परिवारों को उजाड़ दिया। घोघरडीहा में खेत में काम कर रहे पति-पत्नी की जान ठनका गिरने से हो गई। वहीं, फुलपरास में एक ही परिवार के पिता, पुत्र व बहू के साथ दर्दनाक घटना हुई। इन घटनाओं पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया- बिहार और उत्तर प्रदेश में भारी बारिश और बिजली से कई लोगों की जान चले जाने की दुखद खबर सुनी। राज्य सरकारें राहत कार्य में जुटी हैं। मैं उन परिवारों के प्रति संवेदना जताता हूं, जिन्होंने इस आपदा में अपने प्रियजनों को खो दिया।
मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे के लिए 12 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। इसमें पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, सहरसा और मधेपुरा शामिल हैं। इसके अलावा कटिहार, भागलपुर, बांका, मुंगेर, खगड़िया और जमुई में भी भारी बारिश की संभावना है।