इंडियन आर्मी ने वीडियो जारी कर कहा- बिहार रेजिमेंट के हमारे ये सपूत बैट नहीं, बैटमैन हैं

New Delhi : लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय सेना की बिहार रेजिमेंट के जवानों ने जिस तरह से चीन को करारा जवाब दिया, उसकी चर्चा हर जगह हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार रेजीमेंट के जवानों की वीरता को सैल्यूट किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जैसे ही बिहार रेजीमेंट के जवानों के शौर्य को सलाम किया। इसके कुछ घंटों बाद ही सेना की उत्तरी कमान ने शनिवार को यूनिट की लड़ाई के इतिहास का जश्न मनाने वाला एक वीडियो ट्वीट किया। इसके जरिये चीन पर चुटकी ली गई है। इस दौरान सेना ने 21 साल पहले कारगिल युद्ध में उनके योगदान को भी याद किया है।

भारतीय सेना की नॉर्दर्न कमांड ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ये वीडियो ट्वीट किया है। इसमें जहां बिहार रेजिमेंट की शौर्य गाथा को दर्शाया गया है, साथ ही चीन पर तंज भी कसा गया है। ट्वीट में लिखा है- ध्रुव वॉरियर्स की गाथा और बिहार रेजिमेंट के शेर। ये लड़ने के लिये जन्मे हैं। ये बैट (चमगादड़) नहीं हैं। ये बैटमैन हैं। हर सोमवार के बाद मंगलवार आता है। बजरंग बली की जय।
1 मिनट 57 सेकंड के इस वीडियो में 1857, 1948, 1965, 1971 और 1999 तक बिहार रेजिमेंट के सभी बड़े मिशन का जिक्र किया गया है। इसमें 21 साल पहले कारगिल युद्ध का भी जिक्र है। जिसमें बिहार रेजिमेंट के जवानों ने पाकिस्तानी सेना से एक अहम स्ट्रेटजिक एरिया को अपने कब्जे में ले लिया था। इस वीडियो के जरिये ये बताने की कोशिश की गई है कि बिहार रेजिमेंट कैसे सेना के लिये एक मील का पत्थर है।
इस वीडियो में अपनी आवाज देने वाले मेजर अखिल प्रताप सिंह कहते हैं – 21 साल पहले यही महीना था जब बिहार रेजिमेंट के जवानों ने कारगिल में घुसपैठियों को गिराया था। ऊंचाई पर होने के बाद भी ये जवान साहस के साथ गये और सम्मान के साथ वापस आये। वीडियो में सेना ने 16वीं बटालियन के कमांडर कर्नल संतोष बाबू को श्रद्धांजलि दी है। इस वीडियो में तीन जवानों की तस्वीरों के जरिये उनके पराक्रम को पेश किया गया है।
बिहार रेजिमेंट का नारा ‘बजरंग बली की जय’ भी वीडियो में शामिल है। दरअसल, बिहार रेजिमेंट के जवान जब भी किसी मिशन पर जाते हैं तो यही उद्घोष करते हैं।

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