New Delhi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को गरीब कल्याण रोजगार अभियान की शुरुआत की। बिहार के खगड़िया जिले के तेलिहार गांव से योजना से शुरुआत हुई। उन्होंने कहा कि लद्दाख में हमारे वीरों ने जो बलिदान दिया, उस पर सेना को तो गर्व है ही। पराक्रम बिहार रेजीमेंट ने किया है, इसलिए हर बिहारी को इसका गर्व होता है। जिन वीरों ने देश के लिये बलिदान दिया है, उनके लिए नमन करता हूं। उनके परिवारों को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि देश उनके साथ है।
ग्राउंड पर काम करने वाले हमारे साथी, ग्राम प्रधान, आंगनबाड़ी वर्कर, आशा वर्क इन सभी ने बहुत बेहतरीन काम किया है और ये सभी वाहवाही के पात्र हैं।कोई आपकी पीठ थपथपाए या न थपथपाए पर मैं आपका जय जयकार करता रहूंगा।मैं ऐसे ग्राम सेवकों को आदरपूर्वक नमन करता हूं:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी https://t.co/BBUkyMO6Gu pic.twitter.com/1EGCSht3NF
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 20, 2020
जब कोरोना महामारी का संकट बढ़ना शुरू हुआ तो आप सभी लोग राज्य और केंद्र सरकार की चिंताओं में बने हुए थे। हमने अपने श्रमिक भाई बहनों के लिए स्पेशल ट्रेन भी चलाईं। कोरोना का इतना बड़ा संकट, जिसके कारण दुनिया सहम गई, लेकिन आप डटकर ठहर गये। भारत के गांवों ने कोरोना का जिस तरह मुकाबला किया है उसने शहरों को भी सबक दिया है। कोरोना संक्रमण को आप सब ग्रामवासियों ने बहुत ही प्रभावी तरीके से रोका है। गांवों की जनसंख्या 80-85 करोड़ हैं, जो पूरे यूरोप, अमेरिका, रूस और ऑस्ट्रेलिया से ज्यादा है। इस जनसंख्या का कोरोना से मुकाबला करना बहुत बड़ी बात है। पंचायत तक हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्थाएं, चिकित्सा सुविधाएं, वेलनेस सेंटर स्वच्छता अभियान की अहम भूमिका रही है।
मुझे बताया गया है कि परसों से पटना में कोरोना टेस्टिंग की बड़ी आधुनिक टेस्टिंग मशीन शुरू होने वाली है। इस मशीन से हर दिन करीब 1500 टेस्ट संभव होंगे। आज गरीब के कल्याण के लिए उसके रोजगार के लिए बहुत बड़ा अभियान शुरू हुआ है। यह हमारे श्रमिक भाई-बहनों के लिए गांव में रहने वाले नौजवानों को समर्पित हैं। इनमें वे लोग शामिल हैं, जो लॉकडाउन में अपने गांव लौटे हैं।
मोदी ने दिल्ली से लौटीं स्मिता कुमारी से बात की। स्मिता ने बताया कि गांव में इंटर तक पढ़ाई की है। लॉकडाउन के समय दिल्ली में थे, वहां फैक्ट्री में काम करते थे, स्पेशल ट्रेन से गांव लौटे। मोदी ने पूछा कि लौटने में कोई दिक्कत नहीं हुई? मेरे लिए शिकायत तो नहीं है? कोई तो होगी, आप बताती नहीं हो? लगता होगा दिल्ली में अच्छे थे, मोदी जी ने ऐसा कर दिया कि हमें घर आना पड़ा। स्मिता ने कहा कि मैं गांव में शहद बनाने का काम शुरू करने का सोच रही हूं। जनार्दन शर्मा गुड़गांव में 12 साल से चुनाई का काम करते थे। कोरोना महामारी हो गई, इसलिए घर लौट आए। स्पेशल ट्रेन से घर लौटे। ट्रेन में भी दूर-दूर बैठे, सभी ने मास्क लगाए थे।
#WATCH Live – Prime Minister Narendra Modi launches 'Garib Kalyan Rojgar Abhiyaan' through video conferencing. https://t.co/8mlefUeMFL
— ANI (@ANI) June 20, 2020
गरीब कल्याण रोजगार अभियान का मकसद कामगारों को उनकी रुचि और कौशल के तहत रोजगार और स्वरोजगार उपलब्ध कराना। इस अभियान के तहत सरकार ने 6 राज्यों के 116 जिलों को चुना गया है। इनमें करीब 88 लाख प्रवासी मजदूर अन्य राज्यों से लौटे हैं। इन 116 जिलों में बिहार में 32, उत्तर प्रदेश में 31, मध्य प्रदेश में 24, राजस्थान में 22, ओडिशा में 4 और झारखंड में 3 जिले शामिल हैं।
सरकार ने गरीब कल्याण रोजगार अभियान का बजट 50 हजार करोड़ रुपए रखा है। कामगारों को स्किल के हिसाब से 25 काम दिए जाएंगे। इनमें सड़क, ग्रामीण आवास, बागवानी, पौधारोपण, जल संरक्षण और सिंचाई, आंगनवाड़ी, पंचायत भवन और जल जीवन मिशन जैसे काम शामिल हैं। इस अभियान को लागू करने से पहले सरकार ने स्किल मैपिंग की है।