New Delhi : सुशांत सिंह राजपूत हमारे बीच में नहीं हैं लेकिन फैंस उनकी पुरानी यादों को लगातार ताजा कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर रोज उनके पुराने वीडियोज और फोटोज सामने आ रहे हैं। अधिकतर वीडियोज और फोटोज में वह मस्ती करते नजर आते हैं। इसी कड़ी में एक ट्विटर यूजर ने सुशांत सिंह राजपूत का एक पुराना वीडियो अपने हैंडल पर शेयर किया है। इस वीडियो में वह अपने दोनों हाथों से एक साथ लिखते नजर आ रहे हैं। सुशांत ने अपनी फिल्म छिछोरे के को-स्टार ताहिर राज भसीन का नाम दोनों हाथों से एक साथ लिखा है। इसके बाद वह काफी खुश दिखाई दे रहे हैं।
Sushant was an Ambidextrous,he could mirror write as well. Something that even Leonardo da Vinci would do,here he can be seen writing "Tahir Bhasin" using the same skill. pic.twitter.com/XMwEZv3hpL
— siddhant. (@ignoreandfly) June 19, 2020
इस वीडियो को देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि ऐक्टर काफी मल्टी-टैलंटेड था। उनके टैलंट के ही वजह से लोगों को लग रहा है कि उनके साथ अन्याय किया गया। उनके जाने से फिल्म इंडस्ट्री में नेपोटिज्म की जबरदस्त बहस छिड़ गई है और इसमें रोज नया नाम जड़ जाता है।
इस बहस में अब ऐक्टर अभय देओल भी शामिल हो गये हैं। अभय देओल ने सोशल मीडिया पर बॉलिवुड के लॉबिंग कल्चर पर अपनी बात बेबाकी से कही है। अभय देओल ने शुक्रवार को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपनी फिल्म ‘जिंदगी ना मिलेगी दोबारा’ का एक सीन शेयर किया है। इसके साथ लिखा- जिंदगी ना मिलेगी दोबारा साल 2011 में रिलीज हुई थी। इन दिनों अपनी इस फिल्म का बहुत नाम लेना पड़ रहा है। परेशान होने पर इस फिल्म को देखना बहुत सही है।
अभय देओल ने आगे लिखा- मैं ये भी बताना चाहूंगा कि सभी अवॉर्ड शोज ने मुझे और फरहान को लीड रोल से डिमोट कर दिया था। हमें सॉपर्टिंग ऐक्टर्स के तौर पर नॉमिनेट किया गया था। जबकि रितिक और कटरीना को लीडिंग रोल के लिये नॉमिनेट किया गया था। इंडस्ट्री का अपना तर्क था कि यह एक लड़के और लड़की की प्रेम कहानी थी, जिसमें लड़के के दोस्तों ने उनकी मदद की। मैंने अवॉर्ड्स का बॉयकाट करने की बात की लेकिन फरहान के लिये यह डिस्टर्बिंग नहीं था।
सुशांत सिंह राजपूत के जाने के बाद कंगना रनौत, विवेक ओबेरॉय, साहिल खान जैसे कई ऐक्टर्स इंडस्ट्री में अपने स्ट्रगल की कहानी बताते हुये नेपोटिज्म का मुद्दा उबाल चुके हैं। कंगना रनौत ने आज फिर एक वीडियो जारी कर कहा कि मूवी माफिया ने सुशांत के दिमाग को तोड़कर रख दिया। उनको बदनाम करने के लिये और मेंटली कमजोर करने के लिये फेक ब्लाइंड खबरें फैलाईं।