New Delhi : भारत-चीन सीमा पर पूर्वी लद्दाख में तनाव के बीच लेह से लद्दाख तक आसमान में लड़ाकू विमान गरज रहे हैं तो हेलीकॉप्टर्स की आवाजाही भी बढ़ गई है। भारतीय वायुसेना ने अपने लड़ाकू विमानों को अग्रिम बेसों पर तैनात कर दिया है। इस बीच वायुसेना चीफ आरकेएस भदौरिया ने लेह और श्रीनगर एयरबेस का दौरा किया है। किसी विषम परिस्थिति में यह सबसे अहम होंगे।
इस बीच भारत ने सुखोई 30MKI, मिराज 2000 और जगुआर फाइटर जेट्स को अडवांस पोजिशन में तैनात कर दिया है, जहां से वे तुरंत उड़ान भर सकते हैं। भारतीय सेना के जवानों की मदद के लिये अमेरिकन अपाचे अटैक हैलीकॉप्टर्स को भी तैनात कर दिया है। चिनूक हेलीकॉप्टर्स को भी लेह में तैयार रखा गया है। Mi 17V5 मीडियम लिफ्ट चॉपर्स भी सेना और सामानों की आपूर्ति में अहम योगदान दे रहे हैं।
Military chopper and fighter jet activity seen in Leh, Ladakh pic.twitter.com/1OoeEIPgrw
— ANI (@ANI) June 19, 2020
न्यूज एजेंसी एएनआई ने लद्दाख की कुछ ताजा तस्वीरें जारी की हैं, जिनमें हेलीकॉप्टर्स और लड़ाकू विमान आसमान में मंडराते दिख रहे हैं। एयरफोर्स चीफ का यह दौरा इसलिये भी अहम है क्योंकि गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिकों में हिंसक झड़प के बाद देश के सुरक्षा प्रमुखों की बैठक के तुरंत बाद भदौरिया लेह पहुंचे हैं।
सरकार के एक अधिकारी ने एएनआई को बताया- एयरफोर्स चीफ दो दिन के दौरे पर थे, उन्होंने ऑपरेशनल तैयारियों का जायजा लिया है। 17 जून को भदौरिया लेह पहुंचे और फिर 18 जून को श्रीनगर एयरबेस का दौरा किया। ये दोनों एयरबेस पूर्वी लद्दाख से बेहद करीब हैं। इस पहाड़ी इलाके में किसी एयरक्राफ्ट ऑपेशन के लिए सबसे अहम हैं।