New Delhi : पश्चिम बंगाल में एक श्मशान घाट पर कुछ शवों को जलाने के दौरान इलाके में बदबू फैल गई। स्थानीय लोगों ने शवों को जलाने का विरोध किया तो नगर निगम के कर्मचारियों ने अधजली लाशें घसीटते हुये गाड़ी में भरीं। इस अमानीय घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया। लोगों ने इस शवों को कोरोना मरीजों के होने की बात कही है। हालांकि प्रशासन ने इससे इनकार किया है। प्रशासन का कहना है – शव कोरोना मरीजों के नहीं, बल्कि लावारिस थे।
ये अमानवीयता की हद है। किसी की मृत देह को ममताजी आपके राज में जिस तरह घसीटकर गाड़ी में पटका जा रहा है, वो असहनीय है। क्या सरकार इस बात की जवाबदेह नहीं है कि ये कृत्य क्यों किया गया।
जनता में भय के साथ पश्चिम बंगाल सरकार के प्रति गुस्सा भी है। pic.twitter.com/4Bw3r8TVrW— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) June 11, 2020
भारतीय जनता पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने श्मशान से लाशों को घसीटकर ले जाने वाला वीडिया ट्वीट किया और ममता बनर्जी को निशाने पर लिया। उन्होंने लिखा- ये अमानवीयता की हद है। किसी की मृत देह को ममताजी आपके राज में जिस तरह घसीटकर गाड़ी में पटका जा रहा है, वो असहनीय है। क्या सरकार इस बात की जवाबदेह नहीं है कि ये कृत्य क्यों किया गया। जनता में भय के साथ पश्चिम बंगाल सरकार के प्रति गुस्सा भी है।
अधजली लाशों को खींचकर गाड़ी में भरने के कई वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुये हैं। कुछ वीडियो में लोग विरोध करते नजर आ रहे हैं। लोगों ने बताया – उनके घरों में अजीब से बदबू आने लगी। सभी लोग घर के बाहर निकल आये। उन लोगों ने पाया कि बदबू पास के श्मशानघाट से आ रही थी।
Given sensitivities of people and wider ramifications it may have, urge @MamataOfficial to be responsive in humane manner. A police action to repress would be hurtful.
In our culture dead bodies have to be accorded highest respect.
Scars of Dhapa and now this SHAME ! (2/2)
— Governor West Bengal Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) June 12, 2020
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने वीडियो पर चिंता जाहिर की और राज्य के गृह सचिव से घटना के संबंध में एक रिपोर्ट मांगी। राज्यपाल ने कहा – मुद्दा यह नहीं है कि शव कोविड-19 मरीज के थे या नहीं। विषय यह है कि मानव शरीर को इतनी बेशर्मी से क्या ऐसे घसीटा जा सकता है! वीडियो देखकर ही पता चलता है कि शवों के साथ पशुओं से भी बदतर व्यवहार किया जा रहा है। जो लोग इस मामले को डायवर्ट कर रहे हैं। वह अपनी आत्मा और विवेक से सोचें और कल्पना करें कि शव अगर उनसे संबंधित होते तो!
West Bengal Health Department has informed that dead bodies were not of COVID patients, but were unclaimed/ unidentified bodies from Hospital Morgue. Legal action is being taken against persons spreading #FakeNews pic.twitter.com/ENcmUEgY3m
— Kolkata Police (@KolkataPolice) June 11, 2020
पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य विभाग और कोलकाता की पुलिस ने वीडियो को फर्जी बताया है। कहा – वे लाशें एक अस्पताल के मुर्दाघर के लवारिस शव थे। कोरोना मरीजों के शव नहीं थे। विपक्षी एमसीपी और भाजपा ने भी ममता सरकार पर हमला बोला है। बीजेपी ने आरोप लगाया है – वीडियो इस बात का सबूत है कि टीएमसी सरकार कोविड-19 से होने वाली मौतों की सटीक संख्या को छुपा रही है।