New Delhi : मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में झांड-फूंक करने वाले एक मौलवी की कोरोना से जान चली गई है। हाथ चूम कर इलाज करने वाले मौलवी खुद भी कोरोना से जाने से पहले 23 लोगों को संक्रमित कर गये हैं। उसके बाद से रतलाम में हड़कंप मचा हुआ है। बाबा की ख्याति सिर्फ रतलाम शहर में ही नहीं थी, बल्कि आसपास के इलाकों से भी लोग इनके पास अंधविश्वास के चक्कर में इलाज करवाने आते थे। बाबा हाथ को चूम कर बड़ी-बड़ी बीमारियों को दूर करने का दावा करता था। इलाके में इसकी पहचान असलम मौलवी के रूप में थी। असलम का असली नाम अनवर शाह है।
MP: तांत्रिक की कोरोना से मौत, मरने से पहले बाबा ने 23 लोगों को किया संक्रमित – Madhya pradesh ratlam tantrik death due to corona many infected in his contacts many babas quarantine – AajTak https://t.co/T0LU38LpCH
— Raju Parulekar (@rajuparulekar) June 11, 2020
रतलाम के नयापुरा इलाके में करीब 15 वर्षों से अपने परिवार के साथ रह रहा था। असलम यहीं रहकर झाड़-फूंक का करता था। लोग इसके चक्कर में फंस कर इलाज करवाने आते थे।असलम बीमारी दूर करने के नाम पर लोगों से मोटी रकम भी ऐंठता था। कोरोना महामारी के बीच भी इसने बीमारी ठीक करने का दावा किया था।
स्थानीय लोग बताते हैं – बाबा अपने भक्तों का इलाज हाथ चूम कर करते थे। पानी में फूंक मार कर भक्तों को पिलाते थे। बाबा के पास हर रोग का इलाज था। अंधविश्वास के चक्कर में लोग अनवर शाह के पास चले आते थे। हालांकि बाबा खुद कैसे कोरोना से संक्रमित हुआ, इसके बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है। तबीयत खराब होने के बाद उसे इलाज के लिये अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
असलम बाबा 4 जून को ही चल बसे। उसके बाद जिले के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। बाबा के संपर्क में आये लोगों की तलाश शुरू हुई। अब तक बाबा के 23 भक्त कोरोना से संक्रमित हैं, जिसमें 7 उनके परिवार के लोग हैं। ज्यादातर लोग तो डर से सामने आ ही नहीं रहे हैं।
असलम बाबा के पास हर दिन दर्जनों लोग उसके जाल में फंसकर इलाज के लिये आते थे। प्रशासन के सामने सवाल है कि बाबा कोरोना से संक्रमित कैसे हुये। नयापुरा इलाके में कोरोना के ज्यादातर जो मामले हैं, वे लोग बाबा के ही संपर्क में आये थे। प्रशासन अब यह पता करने में जुटी है कि बाबा को भक्तों से कोरोना हुआ या फिर बाबा ने भक्तों को कोरोना बांटा है।
असलम बाबा की कोरोना से मौत के बाद रतलाम शहर में हड़कंप मचा हुआ है। ऐसे में प्रशासन ने एहतियात के तौर पर 29 और बाबाओं को उठा कर क्वारैंटीन किया है। ये बाबा शहर में झाड़-फूंक करने का काम करते थे। जिनमें बीमारी के लक्षण नजर आएंगे, उनका कोरोना टेस्ट करवाया जाएगा। जिला प्रशासन ने कहा है कि बाबाओं से खतरा इसलिए है कि ये झाड़ फूंक करते हैं और कई तरह की चीजें भी देते हैं। इनसे संक्रमण का खतरा ज्यादा है।