New Delhi : घटते जन समर्थन से हताश अलगाववादी संगठनों ने अब कश्मीर के लोगों को चेतावनी देनी शुरू कर दी है – गैर कश्मीरियों को मकान और जमीन नहीं बेचें। आतंकी संगठन तहरीक-उल-मुजाहिदीन ने इससे संबंधित पोस्टर जारी किये हैं। पुलिस ने पोस्टरों को जब्त करके जांच शुरू कर दी है। बीते दो दिनों के दौरान श्रीनगर के विभिन्न हिस्सों में तहरीक उल मुजाहिदीन के पोस्टर पाये गये हैं। इन पोस्टरों के जरिये धमकी दी गई है कि कोई भी व्यक्ति अपनी जमीन, मकान या दुकान किसी गैर कश्मीरी को न बेचे।
We cannot see Kashmir in ruins#JkRejectsDomicile
End military occupation in Kashmir pic.twitter.com/qPEUgwLRvb— Sameer🍁 (@sameer_soab) June 10, 2020
अलगाववादी संगठन ने कश्मीरियों को अपने कारोबार में बाहरी राज्य के लोगों को शामिल नहीं करने के लिए भी चेताया है। संगठनों ने दूसरे राज्य के लोगों को बाहरी करार देते हुये चेतावनी दी है – कोई बाहरी कश्मीर में हिंदुस्तान और आरएसएस के एजेंडे के तहत प्रवेश नहीं करे। वैसे तहरीक-उल-मुजाहिदीन के कैडर वादी में नाममात्र ही हैं। इसी संगठन से जुड़े लोग ही बीते तीन साल में इस्लामिक स्टेट ऑफ जम्मू कश्मीर और अंसार गजवातुल हिंद जैसे संगठनों का हिस्सा बने हैं।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 को हटा दिया था। जम्मू कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम के लागू होने के बाद से प्रदेश में अब डोमिसाइल के आधार पर वह लोग भी अपने लिये जमीन, मकान, दुकान खरीद सकते हैं जो पुश्तैनी तौर पर प्रदेश के निवासी नहीं हैं, लेकिन बीते कई सालों से जम्मू कश्मीर में ही बसे हुये हैं। इससे अलगाववादी बौखला गये हैं। पाकिस्तान में बैठे उनके आकाओं में भी भारी बौखलाहट है। यही वजह है कि संगठन अब लोगों को सीधे धमकाने लगे हैं।
मंगलवार 9 जून को सेना की 15वीं कोर का नेतृत्व कर रहे लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू ने कहा था – लोगों ने अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान खत्म किये जाने के फैसले को सकारात्मक तरीके से लिया है। हमने लंबे समय बाद शांति देखी है। उन्होंने कहा था कि इसी शांति से बौखलाया पाकिस्तान घाटी को अस्थिर करने की कोशिशें कर रहा है।