New Delhi : बॉलीवुड एक्टर और गरीबों के मसीहा सोनू सूद ने प्रवासियों के दर्द को समझा। लगातार उन्हें घर भेज रहे हैं। लेकिन सोनू सूद के इस नेक काम को लेकर जबरदस्त राजनीतिक ड्रामा शुरु हो चुका हैं। मुश्किल समय में प्रवासी मजदूरों के मसीहा बनें सोनू सूद को लेकर अब महाराष्ट्र की राजनीति गर्मानें लगी हैं। सोनू सूद की दरियादिली से महाराष्ट्र राज्य की सत्ता पर काबिज शिवसेना जबरदस्त घबराई हुई हैं। पहले शिवसेना के प्रवक्ता संजय राऊत ने सोनू सूद पर रविवार को शिवसेना के मुखपत्र सामना में कटाक्ष किया और सोनू को भाजपा का आदमी बताकर पर्दे के बाहर भी एक्टिंग करनेवाला शख्स बताया था। इसके बाद सोमवार को सोनू सूद को मुम्बई के बांद्रा टर्मिनस पर प्रवासी मजदूरों को विदा करने आने की अनुमति नहीं दी गई। मुंबई में बांद्रा टर्मिनस के बाहर पुलिस ने मजदूरों से मुलाकात करने से रोक दिया।
Just to set the record straight – I was not stopped from entering the station. I absolutely respect the protocols and have duly followed it.
I had requested the state government for the train so that I could send the migrants back home to reunite them with their families.— sonu sood (@SonuSood) June 9, 2020
न्यूज एजेंसी की खबर के अनुसार सोमवार रात को जब सोनू सूद ट्रेन में बैठे मजदूरों से मिलने के लिए जा रहे थे तो बांद्रा टर्मिनल की रेलवे सुरक्षा बल ने उन्हें रोका था। हालांकि उन्हें बाद में जाने दिया गया। अब इस पूरे मामले में सोनू सोद ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। अभिनेता ने ट्विटर पर अपनी बात रखते हुए कहा कि उन्हें कही नहीं रोका गया था।
सोनू सूद ने अपने ट्वीट में लिखा- मुझे स्टेशन में घुसने से नहीं रोका गया था। मैं प्रोटोकॉल का पूरी तरह से सम्मान और पालन करता हूं। मैंने ट्रेन के लिए राज्य सरकार से निवेदन किया था ताकि मैं प्रवासियों को उनके घर परिवार के पास वापस भेज सकूं। सोशल मीडिया पर सोनू सूद की यह प्रतिक्रिया वायरल हो रही है। गौरतलब है कि सोनू सूद को जब रेलवे सुरक्षा बल ने रोका तो यह बात आग की तरह फैल गई।
I am glad they reached their homes safely. Lots of love to everyone. ❣️@NeetiGoel2 https://t.co/QBfXvGAF4o
— sonu sood (@SonuSood) June 9, 2020
अभिनेता के रोके जाने पर मुंबई पुलिस को सामने आकर सफाई देनी पड़ी कि उन्हें मुंबई पुलिस ने नहीं बल्कि रेलवे सुरक्षा बल ने रोका था। निर्मल नगर पुलिस थाने के वरिष्ठ निरीक्षक शशिकांत भंडारे ने कहा- अभिनेता को रेलवे पुलिस बल ने रोका था न कि मुंबई पुलिस ने। वह गृह राज्य जा रहे कुछ मजदूरों से मिलना चाहते थे।