New Delhi : 69 साल पुरानी एटलस साइकिल कंपनी ने आर्थिक तंगी के कारण फैक्ट्री में काम रोक दिया है। इससे कंपनी के 450 कर्मचारियों के सामने जीवन यापन का संकट खड़ा हो गया है। एक समय साल में 40 लाख साइकिल बनाने वाली कंपनी ने अब ले-ऑफ नोटिस में कहा है- संचालकों के पास फैक्ट्री चलाने के लिए रकम नहीं है। यहां तक कि कच्चा माल खरीदने के भी पैसे नहीं हैं। इसलिए वर्कर्स ले-ऑफ कर लें।
मोदी जी की आत्म निर्भरता की बात सुनने के बाद एटलस साइकिल्स ने भी अपने काम गारो को आत्म निर्भर कर दिया।#AtlasCycle#MHTMH #आत्म_निर्भर_भारत pic.twitter.com/bSpnjdWRs4
— PRABHAT YADAV (@py4001) June 4, 2020
कंपनी पिछले कई वर्षों से भारी आर्थिक संकट से गुजर रही है। कंपनी ने सभी उपलब्ध फंड खर्च कर दिये हैं। अब स्थिति यह है कि कंपनी के पास आय का कोई भी स्रोत नहीं बचा है। रोज के खर्चों के लिए भी रकम उपलब्ध नहीं हो पा रही है। नोटिस में प्रबंधक ने कर्मचारियों से कहा है कि जब तक संचालक धन का प्रबंध नहीं कर लेते, तब तक कारखाने में कच्चा माल नहीं आयेगा। ऐसी स्थिति में संचालक फैक्ट्री चलाने की स्थिति में नहीं हैं। नोटिस में वर्कर्स को 3 जून से ले-ऑफ करने को कहा गया है।
And Atlas cycle factory closed down while you were busy on twitter https://t.co/cQIuJyzxcP
— Pliable Monk 🕸️ (@GyaaniMonk) June 4, 2020
1951 में जानकी दास कपूर द्वारा स्थापित एटलस साइकिल कंपनी ने पहले ही साल 12 हजार साइकिल बनाने का रिकॉर्ड बनाया था। 1965 तक यह देश की सबसे बड़ी साइकिल निर्माता कंपनी बन गई। 1978 में भारत में पहली रेसिंग साइकिल पेश कर एटलस दुनिया में शीर्ष साइकिल उत्पादक कंपनियों में से एक होने का गौरव भी हासिल कर चुकी है। कंपनी को ब्रिटिश स्टैंडर्ड इंस्टीट्यूशन से आइएसओ 9001-2015 सर्टिफिकेशन के साथ भी मान्यता दी गई। कंपनी ने सभी आयु समूहों के लिए एक विस्तृत शृंखला भी पेश की।
#Lockdown impact: On World Bicycle Day, famous Atlas Cycles shuts down, 700 people lose jobshttps://t.co/KlvolHlOHL
One of the most famous Indian bicycle brands – Atlas Cycles – stopped all operations on Wednesday.
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) June 4, 2020
कंपनी को इटली के गोल्ड मर्करी इंटरनेशनल अवार्ड भी मिला। 2003 में एटलस ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज का पुनर्गठन, जयदेव कपूर अध्यक्ष बने। 2005 में विदेशों में कई कंपनियों के साथ रणनीतिक गठजोड़ किये।