New Delhi : बॉलीवुड में फिल्म सत्या (1998), शाहिद (2012) और अलीगढ़ (2015) के स्क्रिप्ट राइटर और स्निप (2000) के नेशनल अवॉर्ड विनर फिल्म एडिटर अपूर्व असरानी ने अपने पार्टनर सिद्धांत के साथ मिलकर घर खरीद लिया है। शुक्रवार को 42 वर्षीय अपूर्व ने ट्विटर पर यह जानकारी दी। उन्होंने अपना दर्द बयां करते हुये लिखा – समलैंगिक संबंध छुपाने के लिये 13 साल तक मैं सिद्धांत को अपना कजिन बताता रहा। अपूर्व ने दो फोटो साझा की है। एक में वे सिद्धांत के साथ नजर आ रहे हैं और दूसरे में दरवाजे पर दोनों के नाम की नेम प्लेट लगी दिखाई दे रही है।
For 13 years we pretended to be cousins so we could rent a home together. We were told 'keep curtains drawn so neighbors don't know 'what' you are'. We recently bought our own home. Now we voluntarily tell neighbors we are partners 💕. It's time LGBTQ families are normalised too. pic.twitter.com/kZ9t9Wnc7i
— Apurva (@Apurvasrani) May 29, 2020
कैप्शन में लिखा है- 13 साल तक हम एक-दूसरे को कजिन बताते रहे, ताकि हमें साथ रहने के लिए घर किराये पर मिल सके। हमें कहा गया था कि घर के पर्दे बंद रखें, ताकि पड़ोसियों को यह पता न चले कि आपका रिश्ता क्या है? हाल ही में हमने अपना घर खरीदा है। अब हम पड़ोसियों को खुलकर कह सकते हैं कि हम पार्टनर हैं। अब समय आ गया है, जब एलजीबीटीक्यू परिवारों को सामान्य रूप से अपना लिया जाये।
अपूर्व ने ‘सत्या’ (1998), ‘स्निप’ (2000), ‘शाहिद’ (2012) और ‘अलीगढ़’ (2015) जैसी फिल्मों की एडिटिंग की है। मनोज बाजपेयी स्टारर ‘अलीगढ़’ की कहानी, स्क्रीनप्ले और डायलॉग्स भी उनके ही थे। उन्हें ‘स्निप’ के लिए बेस्ट एडिटिंग का नेशनल अवॉर्ड मिला था।
2018 में एक इंटरव्यू में अपूर्व ने बताया था – समाज में ‘गे’ को कैसे देखा जाता है? यह ऐसा ही है जैसे कोई इंसान किसी सेक्शुअली रिप्रेस्ड सोसाइटी में बड़ा हो रहा है। आप एक काल कोठरी में रहते हैं। ऐसा अंधेरा, जहां किसी को आने की अनुमति नहीं होती और कंपनी के लिए आपके पास सिर्फ एक टॉर्च होती है। आप अपने अंदर के सीमित स्थान में जवाब तलाश करते हैं। लेकिन ऐसा कोई नहीं होता, जो आपकी फीलिंग को शेयर कर सके।