New Delhi : PM Narendra Modi ने शनिवार को श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के साथ और मॉरीशस के पीएम प्रवीण जुगनथ के साथ बातचीत की। लद्दाख में चीन से चल रहे तनाव के बीच जहां सेना प्रमुख खुद लद्दाख गये और स्थिति का जायजा लेकर सैनिकों का मनोबल बढ़ाया। वहीं प्रधानमंत्री की ये पहल भी चीन सके बढ़ते तनाव पर रणनीतिक नीति का हिस्सा बताया जा रहा है। ये दोनों ही हिंद महासागर में द्वीपीय देश हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि चीन दोनों के साथ संबंध बढ़ा रहा है और वहां अपने पदचिह्नों को आक्रामक रूप से बढ़ा रहा है।
Had an excellent talk with President @GotabayaR. Sri Lanka is fighting COVID-19 effectively under his leadership. India will continue to support our close maritime neighbour in dealing with the pandemic and its economic impact.
— Narendra Modi (@narendramodi) May 23, 2020
राष्ट्रपति राजपक्षे के साथ हुई बातचीत में – श्रीलंका में भारतीय-सहायता प्राप्त विकास परियोजनाओं में तेजी लाने की आवश्यकता पर सहमति बनी। भारत ने भारतीय निजी क्षेत्र के जरिये श्रीलंका में निवेश और वैल्यू-एडिशन को बढ़ावा देने का भी वादा किया।
We agreed to accelerate Indian-assisted development projects in Sri Lanka, and also strengthen investment links.
— Narendra Modi (@narendramodi) May 23, 2020
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार 23 मई को श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे और मॉरीशस के प्रधानमंत्री पी के जुगनथ से बातचीत की और कोरोना महामारी और इसके आर्थिक प्रभावों से निपटने में हर संभव समर्थन देने की बात कही। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्वीट में कहा कि श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे से बातचीत हुई। श्रीलंका कोरोना से उनके नेतृत्व में प्रभावी ढंग से लड़ाई लड़ रहा है।
प्रधानमंत्री कार्यालय के बयान के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी ने आज श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे से टेलीफोन पर बातचीत के दौरान महामारी के मौजूदा प्रकोप के साथ-साथ इस क्षेत्र में इसके संभावित स्वास्थ्य और आर्थिक प्रभावों पर विचार-विमर्श किया गया। प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीलंका के राष्ट्रपति को यह आश्वासन दिया कि भारत महामारी के प्रभावों को कम करने के लिए श्रीलंका को हरसंभव सहायता निरंतर जारी रखेगा।
Thank you, Prime Minister @PKJugnauth for our warm conversation today! Congratulations for successfully controlling COVID-19 in Mauritius.
— Narendra Modi (@narendramodi) May 23, 2020
राष्ट्रपति राजपक्षे ने प्रधानमंत्री मोदी को अपने देश में आर्थिक गतिविधियों को फिर से शुरू करने के लिए अपनी सरकार द्वारा उठाये जा रहे विभिन्न कदमों के बारे में जानकारी दी। इस संदर्भ में दोनों ही राजनेताओं ने श्रीलंका में कार्यान्वित की जा रही भारतीय सहायता प्राप्त विकास परियोजनाओं में तेजी लाने की आवश्यकता पर सहमति जताई। दोनों नेताओं ने भारत के निजी क्षेत्र द्वारा श्रीलंका में निवेश और मूल्यवर्धन को बढ़ावा देने की संभावनाओं पर भी चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीलंका के लोगों के अच्छे स्वास्थ्य और खुशहाली के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं।
प्रधानमंत्री मोदी ने आज मॉरीशस के प्रधानमंत्री पी के जुगनथ से भी बातचीत की। मोदी ने ट्वीट किया – गर्मजोशी भरे बातचीत के लिये धन्यवाद प्रधानमंत्री पी के जुगनथ। मॉरीशस में कोविड-19 को नियंत्रित रखने के लिये बधाई। प्रधानमंत्री कार्यालय के बयान के अनुसार, दोनों नेताओं के बीच चर्चा के दौरान चक्रवात अम्फान से भारत में हुए नुकसान के लिए प्रधानमंत्री जुगनथ ने शोक व्यक्त किया. उन्होंने भारतीय नौसेना के जहाज ‘केसरी’ को ‘ऑपरेशन सागर’ के हिस्से के रूप में मॉरीशस भेजने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया। कोविड -19 महामारी के खिलाफ लडाई में मॉरीशस के स्वास्थ्य अधिकारियों की मदद करने के लिए दवाओं की खेप और 14 सदस्यीय मेडिकल टीम के साथ जहाज मॉरीशस पहुंचा था।
Our people share warm and special ties, based on shared culture and values. Indians will stand by their Mauritian brothers and sisters at this difficult time.
— Narendra Modi (@narendramodi) May 23, 2020
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत और मॉरीशस के लोगों बीच विशेष संबंधों को याद किया और कहा कि भारत इस संकट के समय में अपने मित्रों का समर्थन करने के लिए कर्तव्यबद्ध है।
दोनों नेताओं ने विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की, जिसमें मॉरीशस के वित्तीय क्षेत्र का समर्थन करने के उपाय और मॉरीशस के युवाओं को आयुर्वेदिक चिकित्सा का अध्ययन करने के लिए सक्षम बनाना शामिल है।