New Delhi : उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार सूबे में युवा उद्यमियों को प्रोत्साहित करने में जुट गई है। इसके लिये सरकार ने विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के पाठ्यक्रम में स्टार्टअप को नये विषय के तौर पर जोड़ने की योजना तैयार की है। अब ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट के फाइनल ईयर में एक साल की स्टडी लीव देने की भी योजना तैयार की गई है। इस दौरान छात्रों को इंटर्नशिप अनिवार्य होगा। इंटर्नशिप के लिये 2500 रुपये प्रतिमाह मिलेंगे।
Around 13,54,000 people in more than 1,018 Shramik Special trains have returned to the state of Uttar Pradesh from different states: UP Additional Chief Secretary (Home) Awanish Awasthi. #CoronavirusLockdown pic.twitter.com/7cYm0D3hcx
— ANI UP (@ANINewsUP) May 23, 2020
सरकारी अधिकारियों के मुताबिक स्टडी लीव के दौरान छात्र को इंटर्नशिप कराने की तैयारी है। सरकार का मानना है कि इससे छात्रों को युवा उद्यमी बनाने के लिए प्रेरित करने में आसानी आयेगी और वे खुद का उद्यम स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित होंगे। इस योजना में एक लाख छात्रों को पहले साल में शामिल किया जायेगा। उन्हें इंटर्नशिप के दौरान प्रतिमाह ढाई हजार का भत्ता भी मिला करेगा। सरकार इन छात्रों का प्रोजेक्ट वर्क पाठ्यक्रम का हिस्सा भी बने देंगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ लखनऊ को स्टार्टअप हब बनाने कवायद में जुट चुके हैं। शुरुआत में 10000 से भी अधिक स्टार्टअप यूपी में स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है। सिडबी की मदद से योगी सरकार ने कार्पस फंड बना सकती है। वहीं सरकार हर जिले में स्टार्टअप इकाई बनाएगी। अधिकारियों के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश स्टार्टअप फंड में भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक को 15 करोड़ की प्रथम किश्त भी सौंप दी है। प्रदेश सरकार और सिडबी के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर हो चुके हैं। इससे बाहर से आए कामगार और श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने में भी मदद मिलेगी।