हड़बड़ी में सुबह ही टिकटें बुक करनेवालों को महंगी मिली, शाम होते-होते सस्ती हो गईं हवाई टिकटें

New Delhi : केंद्र सरकार के 25 मई से हवाई उड़ानों के फैसलों के बाद 22 मई से टिकटों की बुकिंग शुरू हो गई। सरकार ने आठ विमान कंपनियों को उड़ानें शुरू करने की अनुमति दी है। सुबह सबसे पहले इंडिगो ने बुकिंग शुरू की और शाम होते होते बाकी कंपनियों ने भी टिकट बुकिंग शुरू कर दी। जिन्होंने हड़बड़ी में टिकट पहले बुक कराई उन्हें हवाई जहाज की टिकटें महंगी मिली और शाम तक आते-आते तो टिकटों की कीमतें कम हो गईं।

एयर इंडिया ने एक फ्लाइट फुल होने के बाद दिल्ली से मुंबई के बीच का किराया घटा दिया है। जब बुकिंग शुरू हुई थी तो एयर इंडिया ने सबसे कम 5,885 रूपये पर टिकट देना शुरू किया था। शाम होते-होते इसे घटाकर 4031 रूपये कर दिया है। इसी तरह बेंगलुरु से लखनऊ के बीच दो फ्लाइट चलनी है। इसमें एक की सारी सीटें बुक हो चुकी हैं जबकि एक में किराया 14 हजार से घटाकर 10156 कर दिया है।
सबसे पहले इंडिगो ने सुबह 10 बजे से बुकिंग शुरू की। डिटेल शेड्यूल भी जारी कर दिया। इसके बाद स्पाइस जेट, एयर इंडिया और विस्तारा ने भी बुकिंग विंडो खोल दिए। स्पाइस जेट दिल्ली और मुंबई के बीच 4 फ्लाइट शुरू करेगी। इसमें एक फ्लाइट में सीटें फुल हो गई हैं। तीन अन्य में अभी बुकिंग जारी है। इस रूट पर इंडिगो की 6 फ्लाइट हैं। इनमें से 2 में सीटें फुल हैं, बाकी में बुकिंग जारी है। जबकि विस्तारा की सबसे ज्यादा 9 फ्लाइट्स उड़ेंगी। इनमें एक की सारी सीटें फुल हो गई हैं।

बता दें नागरिक विमानन मंत्री हरदीप पुरी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 25 मई से शुरू होने वाली घरेलू उड़ानों और किरायों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उड़ान शुरू होने के दिन से अगले तीन महीने तक के लिए किराये फिक्स कर दिये गये हैं। एयरलाइन मनमानी नहीं कर सकेंगे। दिल्ली-मुंबई का 90-120 मिनट की उड़ान का मिनिमम किराया 3 हजार 500 रुपये और मैक्सिमम 10 हजार रुपये होगा।
पुरी के साथ मौजूद रहे नागरिक विमानन सचिव प्रदीप सिंह खरौला ने बताया कि 40% सीटें प्राइस बैंड के मिडपॉइंट के कम प्राइस पर बेची जाएंगी। उन्होंने उदाहरण दिया कि 3 हजार 500 रुपए से 10 हजार रुपए के प्राइस बैंड का मिडपॉइंट 6 हजार 700 रुपए होता है। यानी इस प्राइस बैंड में 40% सीटें 6 हजार 700 रुपए से कम प्राइस पर बुक करनी होंगी।
पुरी ने बताया कि जिन मेट्रो शहरों से नॉन-मेट्रो के लिए हफ्ते में 100 से ज्यादा उड़ानें हैं, उन रूट पर शुरुआत में एक तिहाई फ्लाइट ही ऑपरेट की जाएंगी। दो यात्रियों के बीच की सीट खाली रखेंगे तो भी सोशल डिस्टेंसिंग लागू नहीं हो पाएगी, इसलिए एयरलाइंस को मिडिल सीट बुक करने की परमिशन होगी। यात्रियों को प्रोटेक्टिव गियर पहनना होगा, फेस मास्क लगाना होगा और सेनिटाइजर बोटल साथ मे लेकर चलना होगा। एयरलाइंस की तरफ से यात्रा के वक्त खाना नहीं दिया जाएगा। पानी की बोतर सीट या फिर गैलरी एरिया में उपलब्ध रहेगी।

फ्लाइट के रूट को समय के आधार पर 7 कैटेगरी में बांटा गया है। 1. 40 मिनट से कम की उड़ान 2. 40-60 मिनट 3. 60-90 मिनट 4. 90-120 मिनट 5. 120-150 मिनट 6. 150-180 मिनट 7. 180-210 मिनट।
हरदीप पुरी ने कहा कि घरेलू उड़ान को लेकर मेट्रो टू मेट्रो शहरों में कुछ नियम होंगे जबकि मेट्रो टू नॉन मेट्रो शहर के लिए अलग नियम होंगे। मेट्रो शहरों में दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई जैसे बड़े शहर शामिल होंगे। नागरिक उड्डनय मंत्री ने कहा कि शुरुआती तौर पर एयरपोर्ट का एक तिहाई हिस्सा ही शुरू होगा। सिर्फ 33 फीसदी विमानों को उड़ान की इजाजत दी गई है।

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