New Delhi : जीवन की छोटी-छोटी जरूरतों के लिए स्लम में रहने वालों को मशक्कत करनी पड़ती है। उनका जीवन संघर्ष और दुखों से भरा होता है। वहीं उनके लिए अलग से सोचने की फुरसत किसे है! भले ही आंकड़ों में कितनी ही बड़ी बातें कर ली जाएं, धरातल पर स्थिति कमोबेश वैसी ही हैं। ऐसे में कलाकारों ने पुणे के स्लम में रहने वाले लोगों के जीवन को रंगों से भरने की ठानी। मुंबई के ये कलाकार पुणे की झुग्गियों को रंगीन करने में लगे हुए हैं।
Slums in Pune being coloured under 'Misaal Mumbai', an initiative of Rouble Nagi- a Mumbai-based artist & founder of NGO Rouble Nagi Art Foundation; Nagi says,"I want to connect to these people through arts. Main aim is not to colour the walls but bring a change in their mindset" pic.twitter.com/snFRH6lFeD
— ANI (@ANI) March 7, 2019
मिसाल मुंबई अभियान के तहत एक एनजीओ ने पुणे की झुग्गियों को रंगना शुरू कर दिया है। संस्था के प्रमुख रूबल नेगी एक समाजसेवी होने के साथ ही कलाकार भी हैं। उनके इस प्रयास से मुंबई की झुग्गियां पहले से खूबसूरत बन गई हैं। इन्होंने इस अभियान की शुरुआत जनवरी 2018 में की थी। उनकी टीम ने स्लम बस्तियों के करीब 46,000 घरों पर खूबसूरत तस्वीरें उकेरी और उन्हें रंगीन बना दिया।
इन्होंने अब अपने अभियान को पुणे में भी चला रही हैं ताकि स्लम बस्तियों में रहने वालों की जिंदगी जरा बदल सके। हालांकि इनके प्रयास के हैरान कर देने वाले परिणाम सामने आए हैं। तस्वीरों के जरिए आप खूबसूरत झुग्गियों को देख सकते हैं। समाज के वंचित वर्ग के लिए सोचते हुए रूबल ने बेहद नायाब अभियान चला रखा है।
रूबल कहती हैं – मुझे कला के माध्यम से लोगों से जुड़ना काफी अच्छा लगता है। महज दीवारों को ही मैं रंगीन करने नहीं चली हूं बल्कि उनके कपड़े और रहन-सहन में भी सुधार लाने की ठानी है। एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में लोग मुझसे जुड़ते हैं और इस काम में मेरा सहयोग करते हैं। इस माध्यम से उपेक्षित लोगों के जीवन में आमूल परिवर्तन देखने को मिलता है।
It's a wonderful initiative under the form of #ART Garden-fresh perspective for change in people's life & core agenda is even more prominent. An #Artist can mould people's mind gently.
Seems all good, supppaa..!!👌#Misaalmumbai
— Kshama (@kshama1703) March 8, 2019
बताते चलें कि रूबल के इस प्रयास की सभी सराहना करते हैं। इतना ही नहीं, इनके काम की तारीफ़ देश ही नहीं, विदेशी मीडिया भी कर चुकी है। इस अभियान से रूबीन झुग्गियों में रहने वाले लोगों के प्रति जो नजरिया बना हुआ है, उसे बदलने का काम कर रही हैं। एक नागरिक के तौर पर देश की बेहतरी में रूबीन का योगदान प्रेरणा देने वाला है!