New Delhi : हीरा कोराबारी नीरव मोदी के प्रत्यर्पण की लंदन की एक अदालत में चल रही सुनवाई को लेकर सियासत तेज हो गई है। जालसाजी और करोड़ों-अरबों का लोन न चुकाने के इस मामले में कांग्रेस में शामिल मुम्बई और इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व जज अभय थिप्से की नीरव के पक्ष में गवाही ने सियासत की आग को भड़का दिया है। भाजपा ने इस मामले में कांग्रेस और राहुल गांधी को निशाने पर लिया है।
यहाँ भारत में राहुल गाँधी नीरव मोदी को ले,सरकार से सवाल पूछते है ..
दूसरी तरफ़ राहुल के ख़ास एवं Congress के Abhay Tipsay (पूर्व judge) नीरव मोदी के पक्ष में गवाह बनते है
आख़िर ऐसा क्या है जो राहुल नहीं चाहते नीरव भारत आए?
उस रात पार्टी में राहुल और नीरव में क्या लेन देन हुई थी? pic.twitter.com/jrHDeDP6B2— Sambit Patra (@sambitswaraj) May 14, 2020
केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने राहुल गांधी पर आक्षेप लगाते हुये कहा – अत्यधिक संदिग्ध परिस्थितियां बताती हैं कि कांग्रेस नीरव मोदी को बचाने के लिए हरसंभव कोशिश कर रही है। कांग्रेस की ओर से एक पूर्व न्यायाधीश ब्रिटेन में न्यायिक प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए काम कर रहे हैं, हमारी जांच एजेंसी प्रभावी तरीके से इसका जवाब देगी।
दरअसल, पूर्व न्यायाधीश और कांग्रेसी अभय थिप्से ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिये गवाही में लंदन की अदालत को बताया कि केंद्रीय जांच ब्यूरो के नीरव पर लगाये गये आरोप भारतीय कानूनों के तहत नहीं टिक पायेंगे।
इससे पहले भाजपा नेता व प्रवक्ता संबित पात्रा ने इसी को लेकर राहुल गांधी को घेरा। उन्होंने ट्वीट कर राहुल पर सवाल दागे। उन्होंने कहा, यहां भारत में राहुल गांधी नीरव मोदी को लेकर सरकार से सवाल पूछते हैं दूसरी तरफ राहुल के खास व कांग्रेस के अभय थिप्से (पूर्व जज) नीरव मोदी के पक्ष में गवाह बनते हैं। आखिर क्या है जो राहुल नहीं चाहते कि नीरव भारत आये। उस रात पार्टी में राहुल और नीरव में क्या लेन-देन हुआ था?
Ex Judge Abhay Thipsay, who appeared as expert witness in Nirav Modi case, had joined Congress Party after retirement in presence of Rahul Gandhi & Ashok Gehlot. Supreme Court had transferred him from Mumbai to Allahabad just 10 months before retirement on administrative grounds. pic.twitter.com/83tWa0mcu8
— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) May 14, 2020
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक अपनी गवाही में चेस ग्रैंडमास्टर प्रवीण थिप्से के भाई अभय थिप्से ने कहा कि जबतक आपके साथ धोखा न हुआ हो तबतक भारतीय कानून के तहत धोखाधड़ी का केस नहीं बन सकता है। अगर एलओयू (LoU) करने में धोखाधड़ी नहीं हुई हो तो इसमें धोखे का तो कोई सवाल ही नहीं उठता है।