New Delhi : जम्मू-कश्मीर में हिज्बुल मुजाहिद्दीन के कमांडर रियाज नायकू के जाने से उसके आका सैयद सलाहुद्दीन को बड़ा सदमा लगा है। अमेरिका की ओर से ग्लोबल टेरेरिस्ट की लिस्ट में शामिल और हिज्बुल मुजाहिद्दीन के मुखिया ने नायकू के गम में पिछले दिनों पाकिस्तान में एक शोक सभा की है। वह यह भी कहता है कि पाकिस्तान की नीतियां कमजोर हैं और भारत का पलड़ा भारी है।
Hizbul Mujahideen Chief Syed Salahuddin claims responsibility for the Handwara (J&K) terror attack pic.twitter.com/OJJptxPxCX
— ANI (@ANI) May 9, 2020
सामने आये एक वीडियो में सलाहुद्दीन नायकू की तारीफ करता हुआ सुना जा सकता है। वह कहता है कि नायकू ने 2017 में जिम्मेदारी संभाली थी। तब से अब तक वह भारत के लिए शिकन साबित हो रहा था। उसके सिर पर अच्छी रकम घोषित की गई थी। सलाहुद्दीन कहता है कि नायकू के जाने से उसे दिली सदमा लगा है।
वीडियो में सलाहुद्दीन यह भी कहते हुए सुना जा सकता है कि भारत का पलड़ा भारी है और इसके लिए पाकिस्तान की कमजोर नीतियों को जिम्मेदार बताता है। बुधवार को जम्मू कश्मीर में हिज्बुल मुजाहिद्दीन के टॉप आतंकी रिजाय नायकू को सुरक्षाबलों ने संयुक्त अभियान में था। नायकू साउथ कश्मीर के अवंतिपोरा में अपने गांव में परिवार से मिलने आया था। इसी दौरान सुरक्षाबलों ने उसे घरे लिया। नायकू का दूसरा नाम जुबैर उल इस्लाम और बिन कासिम भी था और वह कश्मीर में सबसे ज्यादा अनुभवी था। 5 जून को रियाज नायकू हिज्बुल मुजाहिद्दीन में 8 वर्ष पूरे कर लेता, जहां पर कई तो कुछ वर्ष भी पूरे नहीं कर पाते हैं। कई बार वह सुरक्षा बलों के हत्थे चढ़ते चढ़ते रह गया और भागने में कामयाब रहा था। उसके सिर पर 12 लाख रुपए का इनाम घोषित था। वुरहान वानी के बाद वह कश्मीर में आतंकियों का पोस्टर ब्यॉय था।