New Delhi : कोरोना वायरस से बेहाल पूर्वी अफ्रीकी देश तंजानिया में बकरी और एक खास फल पॉपॉ भी कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इनके सैंपल चीन में बनी टेस्टिंग किट से जांचे गये थे। रिपोर्ट आने के बाद राष्ट्रपति जॉन मागुफुली ने इन नतीजों को खारिज करते हुए कहा कि टेस्ट किट सही नहीं है और इसकी जांच होनी चाहिये। लैब को नहीं बताया था कि यह फल, भेड़ और बकरी के सैंपल हैं। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद यह खुलासा हुआ। तंजानिया में रविवार तक कोरोना वायरस संक्रमण के 480 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि अब तक 16 मौतें हुई हैं। राष्ट्रपति जॉन मागुफुली ने कहा- हमारे यहां चीन से कोरोनावायरस की टेस्ट किट आई हैं, जो गड़बड़ हैं।
ऐसा कैसे हो सकता है कि पॉपॉ फल और बकरी भी कोरोना संक्रमित निकले। सेना टेस्ट किट की जांच कराये, क्योंकि जांच करने वाले लोगों ने इंसानों के अलावा भी सैंपल जमा किये थे। राष्ट्रपति मागुफुली ने यह भी कहा है कि उन्होंने मेडागास्कर से कोविड-19 की हर्बल दवा कोविड ऑर्गेनिक्स मंगवाई है। इसके लिए वे एक प्लेन भी भेज रहे हैं। कोविड ऑर्गेनिक्स को मालागासी इंस्टीट्यूट फॉर एप्लाइड रिसर्च ने आर्तेमिसिया के प्लांट में तैयार किया है। अभी तक इसकी लैब टेस्टिंग नहीं हुई है। मेडागास्कर के राष्ट्रपति एंड्रे राजोलिना ने पिछले दिनों कहा था कि इस दवा से कोविड-19 के कई मरीज ठीक हुए हैं और जो बच्चे स्कूल लौट रहे हैं, उन्हें दवा अनिवार्य रूप से दी जाएगी।
तंजानिया के विपक्ष ने सरकार पर संक्रमण के नए मामले और मौतों के आंकड़े छिपाने का आरोप लगाया है। विपक्षी दलों का कहना है कि ऐसा सरकार ने कोरोना वायरस के मामलों को दबाने के लिए किया है। यहां बाकी देशों की तरह सख्त पाबंदियां और लॉकडाउन लागू नहीं किया गया है। दरअसल, हाल ही में एक वीडियो सामने आया था जिसमें शवों को चोरी-छिपे दफनाया जा रहा था। जिसके बाद यह चर्चा तेज हो गई कि सरकार कोरोना से जुड़ी सही जानकारी छिपा रही है।