New Delhi : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना है कि कोरोना वायरस खत्म नहीं होने वाला। लोगों को इसके साथ ही जीने की आदत डालनी पड़ेगी। सीएम ने कहा कि लॉकडाउन कोरोना वायरस का इलाज नहीं है, बस ये इसको फैलने से रोकता है। केजरीवाल ने कोरोना संकट से निपटने के प्रयासों के लिए केंद्र सरकार और पीएम मोदी की प्रशंसा करते हुए उन्हें बधाई दी। सीएम ने कहा – केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री जी को बधाई देना चाहता हूं कि उन्होंने समय रहते 24 मार्च को लॉकडाउन लागू कर दिया।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन करने से देश से कोरोना खत्म नहीं होना वाला है। उन्होंने कहा कि अगर हम सोचें कि किसी एरिया में लॉकडाउन कर दिया और वहां केस जीरो हो जाएंगे, ऐसा पूरी दुनिया में नहीं हो रहा है। अगर हम पूरी दिल्ली को लॉकडाउन करके छोड़ दें तो केस खत्म नहीं होने वाले। लॉकडाउन कोरोना को कम करता है, खत्म नहीं करता।
केजरीवाल ने कहा कि अब वक्त आ गया है अर्थव्यवस्था को खोलने का। अब दिल्ली पूरी तरह तैयार है। लॉकडाउन के बाद अगर पॉजिटिव केस बढ़ते भी हैं तो हम लोगों को तैयार रहना है। केंद्र सरकार को चाहिए कि हर राज्य को अपनी तैयारी करनी चाहिए और केंद्र सरकार को चाहिए कि धीमे-धीमे राज्यों से लॉकडाउन खोला जाए। उन्होंने कहा कि जो रेड जोन है केवल उन इलाकों को बंद रखना चाहिए बाकी इलाकों को खोलना चाहिए। ऐसे में और लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में केवल तीन कंटेनमेंट जोन में 60 फीसदी मौत हो रही हैं। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मरकज से कम से कम 3,200 लोगों को निकाला। इसमें से 1,100 लोग संक्रमित मिले और 700-800 विदेशों से आए लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई। काफी कंट्रोल किया गया है।
उन्होंने कहा – हमने 35 हजार से अधिक लोगों को होम क्वारनटीन किया था। अगर हमने शुरुआती कदम न उठाए होते तो दिल्ली में 25 से 30 हजार केस होते, इसलिए मैं कह रहा हूं दिल्ली ने मुश्किल लड़ाई लड़ी। सीएम ने कोविड-19 महामारी पर काबू पाने के लिए दिल्ली सरकार के ऐक्शन प्लान की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस लॉकडाउन में दिल्ली सरकार ने कोविड हेल्थ सेंटर बना लिए, पीपीई किट जमा कर लिए और टेस्ट किट भी इकट्ठा कर लिए हैं।