New Delhi : कोरोना आपदा के खिलाफ लड़ाई में अपनी बचत राशि दान करने वाले गुजरात के पूर्व विधायक रत्नाभाई थुम्मर से PM Narendra Modi ने फोन कर बातचीत की। उन्होंने पूर्व विधायक के स्वास्थ्य के बारे में भी पूछताछ की। PM Modi ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अपनी बचत राशि दान करने के लिए उनकी सराहना की। यह बातचीत लगभग तीन मिनट चली। प्रधानमंत्री ने बातचीत के दौरान ठुमरे से कहा कि मैंने आपको कोरोना के खिलाफ लड़ाई में आपने योगदान के लिए फोन किया है। आप इस उम्र में अच्छा काम कर रहे हैं। आपकी तबीयत कैसी है? जिसपर ठुमरे ने कहा कि तबीयत तो ठीक है पर कान से सुनाई कम देता है। मुझे 100 साल का होने में एक साल बचा है।
बातचीत के दौरान रत्ना बापा ठुंमरे ने PM Modi से कहा कि आप याद आते हैं, देश का भला करो, हम तो कुछ भी नहीं कर पाए। जिस पर पीएम मोदी ने कहा कि पर बापा, हम तो आपको बहुत याद करते हैं।
पीएम ने ठुमरे से पूछा कि मैं एक बार जूनागढ़ जिले के बिलखा शहर में स्थित आपके घर आया था। पुराना कुछ याद है क्या? जिसके जवाब में उन्होंने ने कहा कि मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा, आप मेरे बेटे से बात कीजिए। जिसके बाद पीएम ने उनके बेटे से अपने पिता से यह सवाल पूछने को कहा। जवाब में रत्ना बापा ठुमरे ने कहा कि हां उन्हें याद है। वे शंकर सिंह वाघेला के साथ उनके घर आए थे और लगभग 3 घंटे रुके थे।
पूर्व विधायक के बेटे धनजी भाई ने पीएम मोदी को बताया कि जब वे कलेक्टर कार्यालय चेक देने गए, तो वहां की लिफ्ट बंद थी। जिसके बाद वे सीढ़ियों से ही ऊपर पहुंच गए। पीएम ने उनसे कहा कि बापा को मेरा प्रणाम कह देना भाई, मुझे वे याद आए, इसलिए फोन किया। गुजरात के पूर्व विधायक 99 वर्षीय रत्नाभाई थुम्मर ने 17 अप्रैल को जूनागढ़ जिला कलेक्टर के कार्यालय में जाकर 51 हजार रुपये का चेक सौंपा था। वह 1975 से 1980 तक मेंदरडा-माड़ियाहाटी से विधायक रह चुके हैं । इस दौरान वे वेतन नहीं लेते थे। थुम्मर पूर्व विधायक के तौर पर मिलने वाला पेंशन भी नहीं लेते हैं।