जान है तो जहान है : देशभर में कई जगह सशर्त छूट, हाईवे पर टोल वसूली शुरू, बाजार खुले

New Delhi : दिल्ली-एनसीआर को छोड़कर देशभर के कई जिलों में आज से लॉकडाउन में थोड़ी छूट दी गई है। यह छूट सशर्त है। ढील उन्हीं स्थानों पर मिल रही है जहां कोरोना के मामले नहीं आये हैं। NHAI ने आज से हाईवे पर टोल वसूली शुरू कर दी है। बागवानी, मत्स्यपालन और पशुपालन से जुड़े काम में आज से छूट है। बिजली मरम्मत के कार्यों से जुड़े लोगों के अलावा प्लंबर और कारपेंटर को भी छूट मिलेगी। कई राज्यों में सरकारी कार्यालय भी खुलेंगे। गाजियाबाद, नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद में संक्रमण के मामले बढ़ने के कारण कोई छूट नहीं मिलेगी। वहीं, सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र में कुछ उद्योगों को खोला गया है।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि कोरोना वायरस के संबंध में चिह्नित किए गए ग्रीन और ऑरेंज जोन में उद्योगों को नियंत्रित तरीके से कामकाज बहाल करने की अनुमति दी जाएगी। एक वीडियो संदेश में उन्होंने यह भी कहा कि लॉकडाउन के दौरान अपने कामगारों को आवास की सुविधा मुहैया कराने वाले उद्योगों को राज्य से अनाज की आपूर्ति की जाएगी और कच्चे माल की अनुमति दी जाएगी।
बिहार में 20 अप्रैल से लॉकडाउन में कुछ छूट के साथ रोजगार से जुड़े कई कार्य शुरू होने जा रहे हैं, जिनमें मनरेगा से लेकर सरकारी विभागों के काम शामिल हैं। राज्य के सभी सरकारी दफ्तरों में कामकाज शुरू होने के साथ ही राज्य सरकार के सभी विभागों और कार्यालयों में भी काम शुरू होने जा रहा। इस बारे में सामान्य प्रशासन विभाग ने शुक्रवार को आदेश जारी कर दिया है। इसके मुताबिक वर्ग क और ख के सभी पदाधिकारी प्रतिदिन कार्यालय में आएंगे। वहीं वर्ग और इसके नीचे के तथा संविदा कर्मी एक तिहाई की संख्या में कार्यालय आएंगे।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लॉकडाउन के दौरान जिलों में कुछ गतिविधियों को शुरू करने का जिम्मा डीएम पर छोड़ दिया है। साथ ही आगाह किया है कि कोरोना संक्रमण वाले 19 संवेदनशील जिलों में, जहां 10 या उससे ज्यादा संक्रमित हैं, पूरी सजगता व सतर्कता के साथ फैसला किया जाए। इन गतिविधियों में उद्योग, निर्माण कार्य, एक्सप्रेस वे व हाईवे निर्माण जैसे काम भी शामिल हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने रविवार को कहा कि दिल्ली में हॉट स्पॉट की संख्या बढ़कर 80 हो गई है। ऐसे में हम लॉकडाउन खोलने की गलती नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर लॉकडाउन नहीं होता दिल्ली में मरीजों की संख्या और अधिक होती। उन्होंने कहा कि जरूरी सेवाएं पहले की ही तरह जारी रहेंगी। एक हफ्ते बाद हालात पर दोबारा समीक्षा के बाद राहत देने पर फैसला किया जाएगा।

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