New Delhi : कोरोना आपदा से देश को उबारने के लिए डॉक्टर्स, स्वास्थ्यकर्मी, सिविक वर्कर्स और पुलिसकर्मी बिना थके-हारे अपनी-अपनी जिम्मेदारियां निभा रहे हैं, मगर कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इन पर पत्थर बरसा रहे हैं और थूक रहे हैं और पीटकर घायल कर रहे हैं। ऐसे लोगों को फिल्म अभिनेत्री और भाजपा सांसद Hema Malini ने जमकर फटकार लगाई है। हेमा मालिनी ने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा है कि कोरोना वॉरियर्स के साथ्र ऐसा करनेवालों शर्म कीजिए, याद रखिए ये हैं तो हम सबकी जिंदगी है।
#WATCH "2 days ago, some people attacked an ambulance- kuch sharam kariye! Ppl who're attacking doctors, healthcare workers,policemen,media persons,should be punished.Appeal to admin to take strict action against such people.#CoronaWarriors hain toh zindagi hai!"BJP's Hema Malini pic.twitter.com/8gMxBE08g2
— ANI (@ANI) April 18, 2020
अपने वीडियो संदेश में हेमा मालिनी ने कहा – साथियों, सेकेंड लॉकडाउन के बाद भी ऐसी हरकतें? अभी दो दिन पहले की बात है, कुछ लोगों ने एंबुलेंस पर पत्थर मारे, उन पर थूके… शर्म कीजिए, थोड़ी इंसानियत बाकी रखिये। कोरोना वॉरियर्स अपनी जान जोखिम में डालकर विषम परिस्थिति में हमारी सहायता कर रहे हैं। ये डॉक्टर्स, स्वास्थ्यकर्मी, पुलिसकर्मी, मीडियाकर्मी, इन लोगों के साथ बदतमीजी करनेवाले … इनको घायल करने वाले ऐसे कायरों को सबक सिखाना चाहिए। याद रखिए… कोरोना वॉरियर्स हैं तो जिंदगी है। मैं प्रशासन से ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग करती हूं।
दरअसल, हेमा मालिनी का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब देश के अलग-अलग हिस्सों से कोरोना योद्धाओं से बदतमीजी की बात आई है। मध्य प्रदेश के इंदौर, बिहार, यूपी और दिल्ली समेत कई जगहों पर डॉक्टरों, स्वास्थ्यकर्मियों और पुलिसवालों को निशाना बनाया गया है और उन पर हम ले किए गए हैं।
बहरहाल भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामलो में कमी देखी जा रही है, जो संकट के इस घड़ी में किसी राहत से कम नहीं है। पिछले 12 घंटे में कोरोना वायरस के 543 नए मामले सामने आये हैं, जो शुक्रवार की तुलना में कम ही है। शनिवार को स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 14378 हो गई है। कोरोना वायरस के कुल 14378 मामलों में से 11906 एक्टिव केस हैं। इसके अलावा, 1991 लोग पूरी तरह से ठीक हो गए हैं या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।