New Delhi : ब्राजील के राष्ट्रपति बोलसोनारो ने भारतीय Prime Minister Narendra Modi की तुलना बजरंगबली हनुमान से कीहै। पीएम मोदी की बजरंगबली हनुमान से तुलना करते हुए बोलसोनारो ने इस बात का उल्लेख किया है कि बजरंगबली हिमालय सेलक्ष्मण के लिए किस तरह से संजीवनी बूटी लाए थे और उनकी जान बचाई थी। इसी बात का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने पीएम नरेंद्र मोदी को धन्यवाद भी दिया और जो मदद ब्राजील की तरफ से मांगी गई है उसकीतुलना संजीवनी से की है। ब्राजील ने पहले ही भारत को कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए मेडिकल इक्विपमेंट्स और जरूरी दवाइयांभेजने के लिए अनुरोध कर रखा है जो भारत भेज भी रहा है।
Brazilian President Bolsanaro invokes Lord Hanuman and the legend of sanjeevini booti while seeking help from India to fight COVID-19.
— Narendra Modi fan (@narendramodi177) April 8, 2020
Expect ‘usual suspects’ to start locating Brazil on the map pic.twitter.com/cdmFgu7KSP
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि भारत अपने देश में भी कोरोना संक्रमण से निपट रहा है और लोगों की जरूरतें पूरी कर रहा है। ब्राजील के राष्ट्रपति ने कहा कि जिस तरह हनुमान जी ने संजीवन बूटी लाकर भगवान राम के भाई लक्ष्मण के प्राण बचाए थे, उसी तरहसे भारत की ओर से दी गई इस दवा से लोगों के प्राण बचेंगे। उन्होंने कहा कि भारत और ब्राजील मिलकर इस महासंकट का सामनाकरने में सक्षम होंगे। कोरोना संक्रमण के इलाज में लाभदायक बताई जा रही हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा के लिए अमेरिका समेत दुनियाभर से मांग आ रही है।
दरअसल, वैश्विक महामारी का रूप ले चुके कोरोना वायरस का संक्रमण विश्व के कई देशों में तेजी से फैल रहा है। अमेरिका, इटली, स्पेन जैसे विकसित देशों ने भी इस वायरस के आगे घुटने टेक दिए हैं। खुद अमेरिका की नजरें अब मदद की आस में भारत पर टिकी हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात कर कोरोना से लड़ने के लिए सहयोग की मांग की थी। अमेरिका ने कोरोना से जंगके लिए हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की 29 मिलियन डोज खरीदी है। इसमें से एक बड़ा हिस्सा भारत से अमेरिका खरीद रहा है। शुरू में भारत ने इस दवा के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था लेकिन अब फिर से शर्तों के साथ इसकी अनुमति दे दी है।
दुनियाभर से आ रही मांग के बीच भारत ने कहा है कि वह मानवीय आधार पर यह दवा निर्यात करेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुरागश्रीवास्तव ने कहा कि यह किसी भी सरकार का दायित्व होता है कि पहले वह सुनिश्चित करे कि उसके अपने लोगों के पास दवा याइलाज के हर जरूरी संसाधन उपलब्ध हों। इसी के मद्देनजर शुरू में कुछ एहतियाती कदम उठाए गए थे और कुछ दवाओं के निर्यात कोप्रतिबंधित किया गया था। भारत ने सोमवार को 14 दवाओं पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया है।