New Delhi : धर्मग्रंथों के अनुसार श्रीराम भक्त हनुमान अजर-अमर हैं, वो हर युग में रहते हैं। हनुमानजी की भक्ति करने से सभी संकट चमत्कारिक रूप से समाप्त होकर भक्त को शांति और सुख प्राप्त होता है। बजरंगबली थोड़ी सी पूजा से जल्दी प्रसन्न होकर अपने भक्तों के कष्टों का निवारण करते हैं। वास्तु के अनुसार जिस घर में हनुमान जी की तस्वीर या प्रतिमा होती है, वहां भूत-प्रेत, पिशाच और बुरी आत्माएं कभी नहीं टिक पाती। मंगल, शनि एवं पितृ दोषों से मुक्ति कि लिए भी हनुमान जी की आराधना अत्यंत लाभकारी होती है। घर में फैली नकारात्मक ऊर्जा एवं वास्तुदोष को दूर करने के लिए आप हनुमान जी की स्तुति करने के अलावा घर में हनुमान जी की तस्वीर लगा सकते हैं।
पंचमुखी हनुमान : राम लक्ष्मण को अहिरावण से मुक्त कराने के लिए हनुमानजी ने पंचमुखी रूप धारण किया था। उत्तर दिशा में वराह मुख, दक्षिण दिशा में नरसिंह मुख, पश्चिम में गरुड़ मुख, आकाश की तरफ हयग्रीव मुख एवं पूर्व दिशा में हनुमान मुख। वास्तुविज्ञान के अनुसार पंचमुखी हनुमानजी की मूर्ति जिस घर में होती है वहां उन्नति के मार्ग में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और धन संपत्ति में वृद्धि होती है। यदि आपको लगता है कि आपके घर पर नकारात्मक शक्तियों का असर है तो आप पंचमुखी हनुमानजी का चित्र मुख्य द्वार के ऊपर लगा सकते हैं या ऐसी जगह लगाएं जहां से यह सभी को नजर आए। ऐसा करने से घर में किसी भी तरह की बुरी शक्ति प्रवेश नहीं करेगी।
दक्षिण दिशा में लाल रंग के केसरीनन्दन : दक्षिण दिशा में लाल रंग की बैठी हुई मुद्रा में हनुमान जी का चित्र लगाने से दक्षिण दिशा से आने वाली नकारात्मक ऊर्जा एवं बुरी ताकतें दूर होती हैं,धीरे-धीरे घर में सुख-शांति आने लगती है। दक्षिण दिशा की ओर मुख करके हनुमानजी का चित्र इसलिए अधिक शुभ है क्योंकि हनुमानजी ने अपना प्रभाव सर्वाधिक इसी दिशा में दिखाया है। हनुमानजी का चित्र लगाने पर दक्षिण दिशा से आने वाली हर बुरी ताकत हनुमानजी का चित्र देखकर लौट जाती है।