अर्जुन कपूर ने पीएम-केयर्स फंड, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री राहत कोष के अलावा तीन और संस्थानों की मदद की

New Delhi : भारत में Corona आपदा के बीच अर्जुन कपूर जरूरतमंद लोगों की सहायता और मदद करने के लिए आगे आये हैं। अर्जुन ने पीएम-केयर्स फंड, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री राहत कोष के अलावा, गिव इंडिया, द विशिंग फैक्ट्री और बॉलीवुड की फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (एफडब्ल्यूआईसीई) में योगदान देकर ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद करने की कोशिश की है। अर्जुन ने अपने सोशल मीडिया पर उन्होंने इसकी घोषणा की।

मलायका के साथ अर्जुन कपूर

उन्होंने कहा – भारत संकट के दौर से गुजर रहा है। एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में, हमें अपने जरूरतमंद सहयोगी भाइयों और बहनों के लिए थोड़ा प्रयास करने की जरूरत है। मैं अपनी ओर से योगदान देकर ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद करने की हर संभव कोशिश कर रहा हूं।
गिव इंडिया लगातार उन दैनिक वेतन भोगियों तक नकद पहुंचाने की दिशा में काम कर रहा है, जिन्होंने अपनी नौकरी खो दी है या लॉकडाउन के कारण जिनके पास आय का कोई स्रोत नहीं है। इसी तरह द विशिंग फैक्ट्री निम्न-आय वर्ग के थैलेसीमिया रोगियों को मदद पहुंचाने की दिशा में उल्लेखनीय काम कर रही है, ताकि लॉकडाउन के दौरान उन्हें ब्लड ट्रांसफ्यूजन की सुविधा मिल सके, क्योंकि ब्लड ट्रांसफ्यूजन को आवश्यक सेवाओं के तहत शामिल नहीं किया गया है। इतना ही नहीं, अर्जुन ने फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (एफडब्ल्यूआईसीई) का सहयोग कर अपनी इंडस्ट्री की मदद करने की दिशा में भी हाथ बढ़ाया है। उनका कहना है कि, ऐसे लोग, जिनके बिना किसी फिल्म का निर्माण या उसकी शूटिंग नहीं की जा सकती है, इस लिहाज से एफडब्ल्यूआईसीई मेरी इंडस्ट्री की रीढ़ है। हम सभी उन्हें अपने परिवार की तरह मानते हैं। अर्जुन ने दूसरों से भी आगे आने और ज्यादा से ज्यादा लोगों के मदद करने की गुजारिश क

उन्होंने कहा – हम एकजुट होंगे, तभी COVID-19 से लड़ सकते हैं। मैं आप सभी से आगे आने और अपनी क्षमता के अनुसार मदद करने की गुजारिश करता हूं।

Corona आपदा के बीच रकुल प्रीत सिंह ने 250 परिवारों को हर दिन भोजन उपलब्ध कराने का फैसला लिया है। ये सभी परिवार उनके गुड़गांव स्थित घर के करीब झुग्गी-बस्ती में रहते हैं। रकुल का परिवार हर दिन इन सभी को दोनों वक्त का खाना भेज रहा है, जो उनके घर में ही तैयार होता है।
रकुल बताती हैं – पापा ने इस पूरे स्लम का पता लगाया, जहां लोग खाने-पीने की सामग्री तक नहीं जुटा पा रहे हैं और लॉकडाउन की वजह से काफी परेशान हैं। हमने इन सभी परिवारों को हर दिन भोजन मुहैया कराने पर विचार किया। तय किया कि हर परिवार को रोज दो वक्त का भोजन दिया जाएगा। मैने संकल्प लिया है कि लॉकडाउन खुलने तक सभी की इसी तरह मदद की जाएगी।
फिलहाल हमने अप्रैल के अंत तक उन्हें खाना मुहैया कराने की ठानी है। लेकिन लॉकडाउन आगे बढ़ाया जाता है, तो मैं इस प्रयास को जारी रखूंगी। बाकी स्थिति पर निर्भर करता है। हमारी सोसाइटी में एक जगह खाना पकाया जाता है और फिर इसे जरूरतमदों तक पहुंचाया जाएगा।

रकुलप्रीत सिंह रोज 250 लोगों को दोनों टाइम खाना खिला रही हैं।

रकुल ने अपने फैन्स समेत देश के सभी नागरिकों से अपील करते हुए कहा – यह समझना बहुत महत्वपूर्ण है कि हम में से कई लोग खुशकिस्मत हैं। हमारे पास घर है, पर्याप्त भोजन है , किसी चीज की कोई कमी नहीं है। इन हालातो में हमें निर्धन और जरूरतमंदो की मदद करने से पीछे नहीं हटना चाहिए। इस घड़ी में हम समाज के लिए जितना भी कर पाते हैं, उतना ही बहुत मायने रखता है। जब वे भोजन करेंगे तो उनके चेहरों पर जो मुस्कराहट आएगी, उससे बड़ी खुशी मेरे लिए कुछ हो ही नहीं सकती।

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