New Delhi : फरार शराब कारोबारी विजय माल्या ने मंगलवार को केंद्र की Modi सरकार से मदद की पुकार की। उसने कहा – मैं अपनी कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस द्वारा उधार ली गई राशि का 100 प्रतिशत बैंकों को वापस करने के लिए तैयार हैं। माल्या ने कहा कि पैसे चुकाने के उनके बार-बार के प्रस्ताव के बावजूद बैंक पैसे लेने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। न प्रवर्तन निदेशालय मदद करने के लिये तैयार है।
माल्या ने ट्वीट कर लिखा – मैंने बैंकों को किंग फिशर एयरलाइंस द्वारा उधार ली गई राशि का 100 प्रतिशत भुगतान करने के लिए बार-बार प्रस्ताव दिए हैं। न तो बैंक पैसे लेने को तैयार हैं और न ही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मेरे अटैचमेंट को रिलीज करने के लिए तैयार हैं, जो उन्होंने बैंकों के इशारे पर अटैच की थी। मुझे आशा है कि संकट के इस समय पर वित्त मंत्री मेरी बात सुनेंगी।
इससे पहले 14 फरवरी को माल्या ने अपने प्रत्यर्पण पर ब्रिटिश हाईकोर्ट के फैसला सुरक्षित रखते ही गिड़गिड़ाते हुए भारतीय बैंकों से एक बार फिर पैसा वापस लेने की अपील की।
शराब किंग के नाम से मशहूर रहे माल्या ने बैंकों से कहा, प्लीज, अपना 100 फीसदी मूलधन वापस ले लो। सुनवाई खत्म होने के बाद माल्या ने अदालत के बाहर कहा – मैं बैंकों से हाथ जोड़कर आग्रह करता हूं कि अपना पूरा मूलधन तत्काल वापस ले लें। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और सीबीआई, दोनों ही उसकी संपत्तियों को लेकर लड़ रही हैं और इस प्रक्रिया में उसके साथ उचित व्यवहार नहीं किया जा रहा है।
माल्या ने कहा, बैंकों की इस शिकायत पर कि मैं भुगतान नहीं कर रहा हूं, ईडी ने मेरी संपत्तियां जब्त कर लीं। मैंने पीएमएलए (मनी लांड्रिंग निरोधक कानून) के तहत कोई अपराध नहीं किया है कि ईडी मेरी संपत्तियां अपने आप जब्त कर लें। 64 साल के माल्या पर बैंकों का करीब 9000 करोड़ रुपये का कर्ज लेकर हजम करने का आरोप है। वह विभिन्न भारतीय जांच एजेंसियों की तरफ से मनी लॉन्ड्रिंग और धोखेबाजी के मामलों में वांछित है।