New Delhi : चीन कोरोना के कहर से उबर गया है। हुबेई के वुहान शहर से यह वायरस दुनियाभर में फैला था। यहां आज शनिवार से सब-वे सर्विस शुरू हो गये हैं। बाजार खुल चुके हैं और लोग बाहर निकलने लगे हैं। 9 हफ्ते बाद हुबेई से लॉकडाउन हटा लिया गया है। यहां 50 फीसदी बड़ी कंपनियों ने काम शुरू कर दिया है, जबकि पूरे चीन में 90% बड़ी कंपनियों में उत्पादन शुरू हो चुका है। हालांकि छोटी और मझौली कंपनियां अभी संघर्ष कर रही हैं। चीन के 80% बिजनेस सेंटर खुल चुके हैं। लग्जरी ब्रांड के स्टोर के बाहर भीड़ भी जुटने लगी है। रेस्त्रां, होटल, पार्क और जिम में अब जिंदगी दिखने लगी है।
Corona Virus को दोबारा फैलने से रोकने के लिए चीन ने विदेशियों की एंट्री बैन कर दी है। यात्री जिसके पास चीन का वीसा या रेजिडेंट परमिट पहले से है, उसे भी चीन आने के लिए नया आवेदन देना होगा। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि हाल के दिनों में चीन लौटे 500 लोग पॉजिटिव मिले हैं। इसमें 90 फीसदी चीनी नागरिक हैं।
चीन में स्कूल फिर खुलने लगे हैं। सबसे पहले क्वींगहाई प्रोविंस में 9 मार्च को स्कूल खुले थे। इसके बाद यह सिलसिला लगातार जारी है। स्कूल में प्रवेश के साथ ही बच्चों को सबसे पहले सुरक्षा के उपाय सिखाए जा रहे हैं। कुछ स्कूलों में बच्चों का रोज टेम्प्रेचर चैक किया जा रहा है।
इंटरनेशनल एयरट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अनुसार 23 जनवरी को जब वुहान में लॉकडाउन हुआ था, तब चीन की एविएशन इंडस्ट्री में सबसे बड़ी गिरावट आई थी। मार्च मध्य तक 5 लाख फ्लाइट्स रद्द हुई थी। लोड फैक्टर 40% तक रह गया था, जो अब 60% हो गया है। यानी 50% यात्री बढ़ गए हैं। 29 मार्च से हर हफ्ते किसी देश के लिए एक ही फ्लाइट होगी।
चीन में हेल्थ एप के बिना कोई बाहर नहीं निकल सकता। मॉल हो या दुकान या ऑफिस जब तक एप पर क्यूआर कोड स्केन नहीं होगा, प्रवेश नहीं मिलेगा। ट्रेन, टैक्सी, बस में भी इसके बिना यात्रा नहीं हो सकेगी। टेम्प्रेचर ज्यादा होने पर एप में चेतावनी आ जाएगी।