New Delhi : Kamalnath सरकार को 16 मार्च को फ्लोर टेस्ट से गुजरना होगा। शनिवार आधी रात राज्यपाल Lalji Tandan नेइसका आदेश जारी कर दिया। सोमवार से शुरू होने वाले बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण के तुरंत बाद ही विधानसभामें विश्वास मत पर वोटिंग होगी। आदेश में कहा गया है कि मतदान सिर्फ बटन दबाकर होगा। यह प्रक्रिया इसी दिन पूरी होगी औरइसकी वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी।
इससे पहले शनिवार शाम को पूर्व मुख्यमंत्री Shivraj singh chauhan, नेता प्रतिपक्ष Gopal Bhargav समेत अन्य भाजपा नेताओं नेराज्यपाल से मिलकर बजट सत्र से पहले फ्लोर टेस्ट की मांग की थी। इस बीच, कांग्रेस ने अपने विधायकों के लिए व्हिप जारी करदिया। मुख्यमंत्री कमलनाथ भी शुक्रवार को राज्यपाल से मिले थे। इसके बाद उन्होंने कहा था– फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हूं, लेकिनपहले विधायकों को मुक्त कराएं।
स्पीकर ने बेंगलुरु से इस्तीफा भेजने वाले 22 विधायकों को नया नोटिस जारी किया है। अब इन सभी विधायकों को 15 मार्च को शाम 5 बजे तक पेश होने का वक्त दिया गया है। नियम के मुताबिक सभी विधायकों को स्पीकर के सामने उपस्थित होना जरूरी है। इसबीच, सरकार सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटा सकती है। मुख्यमंत्री कमलनाथ कानूनी पहलुओं पर विचार कर रहे हैं।
मध्यप्रदेश कांग्रेस ने रविवार को विधायक दल की बैठक बुलाई है, जिसमें सरकार बचाने की रणनीति पर चर्चा होगी। जयपुर में ठहराएगए कांग्रेस विधायक रविवार सुबह भोपाल लौटेंगे। रविवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई है। इसमें सभी विधायकों कोशामिल होने के निर्देश दिए गए हैं। जयपुर में ठहरे सभी विधायक रविवार सुबह भोपाल पहुंचेंगे। इस बैठक में सरकार बचाने की रणनीतिपर चर्चा होगी। शनिवार को पार्टी महासचिव हरीश रावत ने जयपुर के रिजॉर्ट में ठहरे कांग्रेस विधायकों से चर्चा की।
शिवराज सिंह के साथ गोपाल भार्गव, नरोत्तम मिश्रा, भूपेंद्र सिंह और रामपाल सिंह भी राज्यपाल से मिलने पहुंचे थे। राजभवन से बाहरआने के बाद शिवराज ने कहा, ”हमने राज्यपाल को बताया कि कमलनाथ सरकार बहुमत खो चुकी है। उनके पास सरकार चलाने कासंवैधानिक अधिकार नहीं है, इसलिए 16 मार्च को राज्यपाल के अभिभाषण और बजट सत्र का कोई मतलब नहीं है। हमने राज्यपाल सेअनुच्छेद 175 के तहत सरकार को विश्वासमत प्राप्त करने का निर्देश देने की मांग की।”